Edited By Rahul Singh, Updated: 09 Aug, 2024 10:05 AM
किरतपुर-मनाली हाईवे को पंडोह से लेकर कुल्लू-मनाली तक फिर दुरुस्त किया जाएगा। बता दें कि केंद्र सरकार ने स्थायी समाधान की कवायद शुरू कर दी है। दो महीने के भीतर डीपीआर तैयार की जाएगी। इसके लिए बजौरा में कार्यालय खोला गया है। कंपनी डीपीआर में आईआईटी...
कुल्लू। किरतपुर-मनाली हाईवे को पंडोह से लेकर कुल्लू-मनाली तक फिर दुरुस्त किया जाएगा। बता दें कि केंद्र सरकार ने स्थायी समाधान की कवायद शुरू कर दी है। दो महीने के भीतर डीपीआर तैयार की जाएगी। इसके लिए बजौरा में कार्यालय खोला गया है। कंपनी डीपीआर में आईआईटी रुड़की और मंडी की ओर से किए सर्वे रिपोर्ट में दिए गए सुझावों को शामिल करेगी। इसमें पंडोह-कुल्लू से मनाली के बीच आने वाले पांच प्वाइंटों में फ्लाईओवर तथा ब्यास के किनारे आरसीसी की दीवार लगाने सहित कई सुझाव शामिल हैं।
रेजिडेंट इंजीनियर अशोक चौहान ने दी जानकारी
एनएचएआई के रेजिडेंट इंजीनियर अशोक चौहान ने कहा कि पंडोह और कुल्लू से मनाली हाईवे-तीन पर बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित जगहों पर स्थायी समाधान होगा। इसकी डीपीआर अगले दो माह में तैयार होगी।
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मंडी के पंडोह के आसपास ब्यास के कारण हो रहे भूमि कटाव और भूस्खलन का अब स्थायी समाधान होगा। इसके अलावा कुल्लू-मनाली के बीच आलूगाउंड, रायसन, बिंदु ढांक, पतलीकूहल के पास 14 मील तथा 18 मील भी संवेदनशील क्षेत्र हैं। यहां पर केंद्र सरकार आईआईटी की रिपोर्ट के आधार पर डीपीआर तैयार करेगी।