Edited By Jyoti M, Updated: 20 Aug, 2025 02:33 PM

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचा रखी है। लगातार बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जगह-जगह हुए भूस्खलन से सैकड़ों सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है।
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचा रखी है। लगातार बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जगह-जगह हुए भूस्खलन से सैकड़ों सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है।
भारी बारिश का सबसे ज्यादा असर कुल्लू जिले में देखने को मिला। यहां पीज गांव के नाले में अचानक पानी का स्तर बढ़ गया, जिससे शास्त्रीनगर नाले में बाढ़ आ गई। बाढ़ का पानी और मलबा दुकानों और घरों में घुस गया, जिससे भारी नुकसान हुआ। कई वाहन भी मलबे में फंस गए। हालात को देखते हुए प्रशासन ने मनाली और बंजार उपमंडल के सभी स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी है।
राज्य में कुल 402 सड़कें, तीन राष्ट्रीय राजमार्ग, 550 बिजली ट्रांसफार्मर और 132 जल परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं। मंडी और कुल्लू जिले में सबसे ज्यादा सड़कें बंद हैं। दुर्भाग्यवश, इस आपदा में कुछ लोगों की जान भी चली गई है। धर्मशाला के पास सुधेड़ नाले में एक साधु की डूबने से मौत हो गई, जबकि कुनिहार में गंबर खड्ड को पार करते समय एक व्यक्ति पानी के तेज बहाव में बह गया। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।