Edited By Vijay, Updated: 03 Jul, 2022 11:40 PM

कुल्लू जिले के बंजार तीर्थन घाटी के अंतर्गत कोठी शरची बांदल से अधिष्ठात्री माता गाड़ा दुर्गा का 30 वर्ष के बाद कोठी बनोगी की आदि शक्ति अधिष्ठात्री माता देवी दुर्गा के साथ भव्य मिलन होगा। देवलुओं की मानें तो दोनों देवियों का मिलन 2 वर्ष पूर्व होना...
कुल्लू (धनी राम): कुल्लू जिले के बंजार तीर्थन घाटी के अंतर्गत कोठी शरची बांदल से अधिष्ठात्री माता गाड़ा दुर्गा का 30 वर्ष के बाद कोठी बनोगी की आदि शक्ति अधिष्ठात्री माता देवी दुर्गा के साथ भव्य मिलन होगा। देवलुओं की मानें तो दोनों देवियों का मिलन 2 वर्ष पूर्व होना था, लेकिन किसी दैवीय परिस्थितियों के कारण ऐसा नहीं हो सका। माता गाड़ा दुर्गा ने अपने हारियानों को लगभग 2 वर्षों से लगातार ही दिशा-निर्देश जारी किए। इस वर्ष जल्द ही माता गाड़ादुर्गा तीर्थन घाटी कोठी शरची बंजार से सैंकड़ों हारियानों व वाद्ययंत्रों सहित सैंज घाटी के तहत कोठी बनोगी क्षेत्र में प्रवेश होंगी।
माता गाड़ा दुर्गा के कारदार मुरारी लाल शर्मा, गूर पदमदेव ने कहा कि माता गाड़ा दुर्गा ने अपने पूरे हारियान क्षेत्र को सैंज घाटी के बनोगी क्षेत्र में जाने का निर्देश जारी किया है। उन्होंने कहा कि माता के आदेश के तुरंत बाद 15 मुख्य कारकूनों की टीम बनोगी देहुरी पहुंची, जहां माता दुर्गा और देवता पुंडरीक से मिले और अब माता गाड़ा दुर्गा के सैंज बनोगी आने का कार्यक्रम है। इस संदर्भ को लेकर दोनों तरफ के हारियानों की भी बैठक हुई है, जिसमें सभी कार्य करने पर विचार-विमर्श हुआ है। इस मौके पर तीर्थन घाटी के कारकूनों मुरारी शर्मा, पदम देव, केशव राम, मुंनशी राम, मंनीश शर्मा, कुशाल शर्मा, तेज प्रताप, नवल किशोर, विपिन शर्मा, राज मल, राम लाल, धनेश्वर प्रसाद, ठाकुर सिंह व शेर सिंह आदि मौजूद रहे।
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