Edited By kirti, Updated: 23 Feb, 2019 12:38 PM
वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में सरकारी नौकरी पाना बहुत मुश्किल हो गया है। परीक्षाओं की औपचारिकताओं को पूरा करने के उपरांत भी वर्तमान सरकार कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से भर्तियों को पूरा करने में अक्षम प्रतीत हो रही हैं।
धर्मशाला : वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में सरकारी नौकरी पाना बहुत मुश्किल हो गया है। परीक्षाओं की औपचारिकताओं को पूरा करने के उपरांत भी वर्तमान सरकार कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से भर्तियों को पूरा करने में अक्षम प्रतीत हो रही हैं। यह बात जिला कांगड़ा के बेरोजगार शिक्षित वर्ग के सुरेश, अमन, शिल्पा, अजय, हेमराज, मोनिका, सुरजीत, सोनिया, जसवीर सिंह, विजय, सतीश, संतोष, अभिनव, चंद्र शर्मा, स्वरूप सिंह, मानसी, रोहित, सुरेश, विनय, कमल किशोर, अजीत व कर्म चंद ने बताया कि जिला कांगड़ा का बेरोजगार शिक्षित वर्ग वर्तमान सरकार व कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त करता है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर द्वारा पोस्ट कोड 556 जे.ओ.ए. के 1156 पदों को भरने की अधिसूचना 2016 को हुई थी।
इन पदों के लिए 28 अप्रैल, 2017 में परीक्षा ली गई, जिसका परीक्षा परिणाम आने के फलस्वरूप 10030 पात्र अभ्यर्थियों की 14 सितम्बर, 2017 से 8 नवम्बर, 2017 में टंकण परीक्षा ली गई। टंकण परीक्षा का परिणाम आने के उपरांत 3452 अभ्यर्थी टंकण परीक्षा में उत्तीर्ण पाए गए। अप्रैल, 2018 से मई, 2018 तक जे.ओ.ए. के पदों की भर्ती का 15 अंकों के लिए मूल्यांकन किया गया था। अक्तूबर, 2018 से लेकर अब तक 3452 अभ्यॢथयों का जे.ओ.ए. की भर्ती को लेकर भविष्य अधंकार में है। बेरोजगार शिक्षित वर्ग के सदस्यों ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि वे लोकसभा चुनावों से पहले जे.ओ.ए. भर्ती परीक्षा का परिणाम नहीं निकालती है तो जिला कांगड़ा के बेरोजगार युवा सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।