Edited By Vijay, Updated: 26 Dec, 2019 04:19 PM
पांगी में बीते दिनों हुई भारी बर्फबारी के चलते जिला का यह जनजातीय उपमंडल सड़क सुविधा से शेष विश्व के साथ पूरी तरह से कट कर अलग-थलग पड़ चुका है, ऐसे में घाटी के लोगों को पांगी से बाहर निकलने और पांगी से बाहर के लोगों को पांगी पहुंचाने के लिए इस बार...
चम्बा (विनोद): पांगी में बीते दिनों हुई भारी बर्फबारी के चलते जिला का यह जनजातीय उपमंडल सड़क सुविधा से शेष विश्व के साथ पूरी तरह से कट कर अलग-थलग पड़ चुका है, ऐसे में घाटी के लोगों को पांगी से बाहर निकलने और पांगी से बाहर के लोगों को पांगी पहुंचाने के लिए इस बार सर्दियों की पहली हवाई उड़ान वीरवार को भुंतर से किलाड़ व किलाड़ से चम्बा तथा चम्बा से किलाड़ व किलाड़ से भुंतर के लिए हुई। इस हवाई उड़ान से कुल्लू व चम्बा में फंसे पांगी वासियों के साथ-साथ वहां तैनात कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है। वीरवार को हवाई मार्ग करीब 72 लोगों ने आवाजाही करने में सफलता हासिल की।
जानकारी के अनुसार वीरवार को कुल्लू के भुंतर से यह सरकारी उडऩखटोला 16 वयस्क व 2 छोटे बच्चों को लेकर पांगी घाटी मुख्यालय किलाड़ के लिए उड़ा तथा किलाड़ से 16 वयस्क व 2 बच्चों को लेकर चम्बा पहुंचा और इतने ही लोगों को लेकर वह चम्बा से किलाड़ के लिए गया। किलाड़ से भुंतर को लौटते समय भी इतने ही लोगों को ले जाया गया। बता दें कि सरकार को इस बार दिसम्बर माह में पांगी के लिए हवाई उड़ान करने के लिए मजबूर होना पड़ा है जबकि पिछले कुछ वर्षों से यह स्थिति जनवरी माह में पैदा होती थी।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि अबकी बार यह सरकारी उडऩखटोला कुल्लू-पांगी-चम्बा के बीच अधिक व्यस्त रहने वाला है क्योंकि इस बार की सर्दियां लंबी जाने वाली हैं, जिस वजह से पांगी के लोगों के साथ-साथ घाटी में तैनात सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को पांगी व चम्बा तथा कुल्लू के बीच की दूरी तय करने के लिए महज हवाई मार्ग की एकमात्र सहारा बचा हुआ है।