Edited By Vijay, Updated: 11 Mar, 2021 08:11 PM
मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल चम्बा में सीटी स्कैन की सुविधा न होने के कारण तीसा बस हादसे के घायलों को निजी लैब में सीटी स्कैन करवाने के लिए विवश होना पड़ा। इसके लिए उन्हें भारी-भरकम शुल्क भी अदा करना पड़ा। हालांकि बाद में सरकार व विधानसभा उपाध्यक्ष के...
चम्बा (काकू): मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल चम्बा में सीटी स्कैन की सुविधा न होने के कारण तीसा बस हादसे के घायलों को निजी लैब में सीटी स्कैन करवाने के लिए विवश होना पड़ा। इसके लिए उन्हें भारी-भरकम शुल्क भी अदा करना पड़ा। हालांकि बाद में सरकार व विधानसभा उपाध्यक्ष के आदेशों के बाद घायलों को पैसा वापस कर दिया है। बुधवार को तीसा के कालोनी मोड़ के निकट हुए निजी बस हादसे के 9 घायलों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज चम्बा पहुंचाया गया। इसमें से 3 घायलों को चिकित्सकों ने सीटी स्कैन करवाने की सलाह दी लेकिन अस्पताल में सीटी स्कैन न होने के कारण घायलों को निजी लैब में जाना पड़ा। अस्पताल से निजी लैब तक आने-जाने का उनसे किराया वसूला गया। इसके बाद सीटी स्कैन की भी फीस ली गई।
विधानसभा उपाध्यक्ष ने रिफंड करवाए पैसे
देर शाम को शिमला से विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज जब चम्बा मेडिकल कॉलेज में दाखिल घायलों का कुशलक्षेम पूछने पहुंचे तो इस दौरान घायलों के परिजनों ने बताया कि उन्हें निजी लैब में सीटी स्कैन करवाना पड़ा। इसके लिए काफी शुल्क भी चुकाया। इस पर विधानसभा उपाध्यक्ष ने मौके पर उपस्थित मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य व एमएस को कहा कि सभी घायलों का नि:शुल्क इलाज करने के निर्देश देने के बाद भी उनसे टैस्ट के पैसे क्यों लिए गए। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रमेश भारती ने कहा कि निजी लैब प्रबंधन को टैस्ट की फीस नहीं लेने को कहा था। विधानसभा उपाध्यक्ष ने पैसा रिफंड करने के आदेश दिए। इसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने पैसा रिफंड कर दिया है। वहीं सीटी स्कैन की सुविधा शुरू न होने पर भी विधानसभा उपाध्यक्ष ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को खूब लताड़ा। मेडिकल कॉलेज में सीटी स्कैन व एमआरआई के लिए सरकार ने करोड़ों रुपए स्वीकृत कर दिए हैं। इसके बावजूद अब तक यह सुविधा शुरू नहीं हो पाई है। यहां सीटी स्कैन न होने पर मरीजों को टांडा रैफर किया जाता है, ऐसे में उन्हें मीलों सफर तय करना पड़ता है। इससे उन्हें काफी मुश्किलें उठानी पड़ती हैं।
एक माह के भीतर सीटी स्कैन की सुविधा होगी शुरू
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रमेश भारती ने बताया कि घायलों से जो सीटी स्कैन की फीस ली गई थी, उसे वापस कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सीटी स्कैन सुविधा के लिए टैंडर हो चुके हैं। एक माह के भीतर यह सुविधा शुरू हो जाएगी। विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज ने कहा कि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को घायलों का बेहतर उपचार करने के निर्देश दिए हैं। प्राचार्य खुद मॉनीटरिंग कर रहे हैं। सरकार घायलों की हरसंभव सहायता करने को तैयार है।
घायलों की हालत में हुआ सुधार
तीसा बस हादसे के घायलों का मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है। उनकी हालत में सुधार है। अभी तक किसी भी घायल को अस्पताल से छुट्टी नहीं मिली है। गौर रहे कि बुधवार को चम्बा-भंजराड़ू मार्ग पर कालोनी मोड़ के निकट निजी बस खाई में गिर गई थी। हादसे में 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 9 लोग घायल हुए हैं। इनमें 6 घायलों का मेडिकल कॉलेज चम्बा में उपचार चल रहा है, वहीं 3 घायल टांडा में उपचाराधीन हैं।