Edited By Rahul Singh, Updated: 04 Aug, 2024 10:06 AM
जिले की कई पंचायतों में पंचायत प्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण आम जनता को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। निर्माण कार्यों में देरी होने पर चुने हुए प्रतिनिधि गंभीर नहीं हैं। जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर बंदरोल पंचायत में ऐसा ही देखने को मिल...
कुल्लू: जिले की कई पंचायतों में पंचायत प्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण आम जनता को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। निर्माण कार्यों में देरी होने पर चुने हुए प्रतिनिधि गंभीर नहीं हैं। जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर बंदरोल पंचायत में ऐसा ही देखने को मिल रहा है। जौड़ा गांव को जोड़ने वाले पुल का निर्माण कार्य साढ़े 3 साल पहले शुरू किया गया था लेकिन हैरानी की बात है कि अभी निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है।
पर्याप्त बजट मिलने के बाद भी निर्माण कार्य में देरी की जा रही है। इससे क्षेत्र के लोगों में पंचायत प्रतिनिधियों के प्रति भारी रोष है। बंदरोल सब्जी मंडी से करीब 1500 मीटर जौड़ा गांव तक जीप योग्य सड़क जाती है लेकिन पुल नहीं बनने से किसानों-बागवानों को फल सब्जियां पीठ पर होकर मंडी तक पहुंचानी पड़ रही हैं।
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वहीं बीमार होने पर सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ती है। लोगों ने कई बार संबंधित विभाग से पुल निर्माण कार्य पूरा करने की गुहार लगाई लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। उधर, बंदरोल पंचायत की प्रधान निर्मला ठाकुर ने कहा कि मामला मेरे ध्यान में है। जल्द ही वार्ड में जाकर वार्ड पंच के साथ बैठक की जाएगी और पुल निर्माण कार्य आरंभ करने के निर्देश दिए जाएंगे।