Edited By Vijay, Updated: 09 Nov, 2018 03:48 PM
इस्तेमाल हो चुके सैनेटरी नैपकिन से पर्यावरण को अब नुक्सान नहीं पहुंचेगा। सीवर, कचरे के गड्ढों, मैदानों और जल स्रोतों में बड़े पैमाने पर जमा हो रहे सैनेटरी नैपकिन के निपटारे के लिए किन्नौरी स्वयं सहायता समूह ने मासिकी भस्म चूल्हा तैयार किया है।