Edited By Vijay, Updated: 24 Jul, 2022 09:23 PM
मंडी जिले के उपमंडल गोहर की पंचायत चैलचौक में शहतूत के पेड़ के ऊपर मिली अंडानुमा वस्तु दिनभर चर्चा का विषय बनी रही। हकीकत में यह सामने आया है कि यह कोई अंडा नहीं बल्कि तुलसी की क्यारी में रखा शालिग्राम था, जिसे किसी ताकतवर पक्षी ने मुर्गी का अंडा...
गोहर (ख्यालीराम): मंडी जिले के उपमंडल गोहर की पंचायत चैलचौक में शहतूत के पेड़ के ऊपर मिली अंडानुमा वस्तु दिनभर चर्चा का विषय बनी रही। हकीकत में यह सामने आया है कि यह कोई अंडा नहीं बल्कि तुलसी की क्यारी में रखा शालिग्राम था, जिसे किसी ताकतवर पक्षी ने मुर्गी का अंडा समझकर वहां से उठाकर पेड़ तक पहुंचा दिया था। इस अंडारूपी अनभिज्ञ वस्तु को लेकर ग्रामीण पशु चिकित्सालय गोहर पहुंचे और इसकी हकीकत जाननी चाही। डाॅक्टर ने अपनी प्रारंभिक जांच में ही परख लिया था कि यह कोई अंडा नहीं हो सकता, जिसके चलते उन्होंने इसे जांच के लिए भेजने का आश्वासन दिया।
महेंद्र कुमार को 3 दिन पहले मिला था अंडा
महेंद्र कुमार ने बताया कि वह 3 दिन पहले पशुओं के लिए शहतूत का घास काटने पेड़ पर चढ़ा था। इसी दौरान उसे पेड़ों की टहनियों के बीचोंबीच एक सफेद रंग का अंडा दिखाई दिया लेकिन इस अंडे का किसी पक्षी का समझकर वह पेड़ से नीचे उतर गया। जब वह फिर से उसी पेड़ से घास काटने गया तो इस बार उसने अंडे को अपने हाथ में लिया उसके भार को देखकर दंग रह गया। जब अंडे को पेड़ से गिराया तो यह टूटा तक नहीं। यह देखकर महेंद्र ने सारी घटना अपने घर व ग्रामीणों को बताई।
मार्च माह में तुलसी की क्यारी से गायब हुआ था शालिग्राम
जब सोशल मीडिया में वायरल हो रही बात को उसी गांव के लोगों ने देखा तो उन्होंने समझ लिया कि यह उनकी तुलसी की क्यारी से मार्च माह में गायब हुआ शालिग्राम ही है, जिसे धार्मिक तौर पर सरकाघाट के किसी पंसारी की दुकान से लाया गया था और पूरे विधि-विधान के साथ तुलसी की क्यारी के साथ स्थापित किया गया था। पशु चिकित्सक डाॅ. नंद किशोर बताया कि ग्रामीणों द्वारा पहुंचाई गई अंडारूपी वस्तु को देखकर भांप गए थे कि यह किसी जीव का अंडा नहीं हो सकता, फिर भी अपरिचित घटना को देख उसकी अंदाजन पुष्टि करना मुनासिब नहीं समझा। अब मामला क्लीयर हो गया है।
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