Edited By Vijay, Updated: 19 Jul, 2022 04:01 PM
किन्नौर जिले में राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पर अति संवेदनशील स्थान निगुलसरी के पास स्थापित किए गए अर्ली बार्निंग सिस्टम से मंगलवार को फिर से भूस्खलन होने के संकेत मिले हैं, जिससे प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर निगुलसरी के पास फिर से वाहनों की आवाजाही...
रिकांगपिओ (रिपन): किन्नौर जिले में राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पर अति संवेदनशील स्थान निगुलसरी के पास स्थापित किए गए अर्ली बार्निंग सिस्टम से मंगलवार को फिर से भूस्खलन होने के संकेत मिले हैं, जिससे प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर निगुलसरी के पास फिर से वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। विदित रहे कि शनिवार शाम को भी उक्त स्थान पर भूस्खलन के संकेत मिले थे, जिस पर शनिवार रात वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी परन्तु रविवार सुबह मार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया था तथा उसके बाद रोजाना सुबह 6 बजे से शाम 8 बजे तक ही वाहनों की आवाजाही हो रही थी जबकि रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक निगुलसरी के पास मार्ग को बंद रखा जा रहा था।
मंगलवार सुबह 6 बजे के बाद दोबारा 15 मिनट तक अर्ली वार्निंग सिस्टम बार्निंग देता रहा, जिस पर एसडीएम निचार के आदेशानुसार ट्रैफिक को फिलहाल रोका गया है तथा थाना प्रभारी भावानगर जगदीश सिंह ठाकुर की अगुवाई में क्यूआरटी टीम भी मौके पर पहुंच गई है और स्थिति सामान्य होने पर ही वाहन आगे भेजे जाएंगे। उक्त स्थान पर वाहनों की आवाजाही बंद होने से एनएच के दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतारें लगी हुईं हैं।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष 11 अगस्त को निगुलसरी के पास पहाड़ी से भारी भूस्खलन होने से दर्दनाक हादसा हुआ था, जिसमें 28 लोगों की जान चली गई थी, जिसके चलते अब किन्नौर प्रशासन द्वारा जिले के 6 अति सवेदनशील भूस्खलन स्थलों पर अर्ली वार्निंग सिस्टम व लैंड मॉनीटरिंग सिस्टम स्थापित किए गए हैं।
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