Edited By Vijay, Updated: 26 Dec, 2018 06:54 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देवभूमि हिमाचल के धर्मशाला में 27 दिसम्बर को हिमाचल सरकार का 1 साल का कार्यकाल पूर्ण होने के अवसर पर आ रहे हैं जोकि हिमाचल की जनता के लिए बड़े ही गौरव की बात है। दिव्यांगजनों के कानूनी सलाहकार एवं मुख्य समाजसेवी कुशल कुमार...
सुंदरनगर (नितेश): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देवभूमि हिमाचल के धर्मशाला में 27 दिसम्बर को हिमाचल सरकार का 1 साल का कार्यकाल पूर्ण होने के अवसर पर आ रहे हैं जोकि हिमाचल की जनता के लिए बड़े ही गौरव की बात है। दिव्यांगजनों के कानूनी सलाहकार एवं मुख्य समाजसेवी कुशल कुमार सकलानी ने इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के माध्यम से पत्र लिखकर मांग की है कि वह इस ऐतिहासिक दिवस पर देश के दिव्यांगजनों के लिए उनके हक में ऐलान करके एक स्वर्णिम इतिहास देश और प्रदेश में दर्ज करें।
अक्षरश: लागू हो राज्यसभा और लोकसभा में पारित प्रस्ताव
उन्होंने प्रधानमंत्री से दिव्यांग जनों के लिए राज्यसभा और लोकसभा से पारित प्रस्ताव को महामहिम राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद दिव्यांगजनों के हक में अक्षरश: लागू करने का आह्वान किया है, जिसमें एक्ट 49/2016 की अधिसूचना को बिना विलंब जारी किया जाए, साथ में ही दिव्यांगजनों के लिए मुख्य आयुक्त की नियुक्ति भी तत्काल प्रभाव से लागू करने और दिव्यांगजनों की सेवानिवृत्ति की आयु 58 वर्ष से 60 वर्ष करने जोकि दिव्यांगजनों के कानून के तहत प्रावधान है, इस अधिसूचना को भी लागू करने की मांग की है।
21 श्रेणियों के लिए हो 10 फीसदी आरक्षण
उन्होंने कहा है कि अगर देश के प्रधानमंत्री हिमाचल सरकार के 1 साल के कार्यकाल पूर्ण होने के दिवस पर यह ऐलान दिव्यांगजनों के हक में करेंगे तो पूरे देश के दिव्यांग और उनके परिजन व रिश्तेदार और हर नागरिक पीढ़ी दर पीढ़ी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को दुआएं देंगे। उन्होंने 21 श्रेणियों के लिए आरक्षण भी 3 की बजाय 10 फीसदी करने का आग्रह किया है।
प्रदेश और देश के ब्यूरोक्रेट्स धूमिल कर रहे सरकारों की छवि
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश और देश के ब्यूरोक्रेट्स सरकारों की छवि को धूमिल करने में लगे हुए हैं और जनता के काम को बिना किसी कारण के लटका रहे हैं, चाहे वह काम दिव्यांगजनों से संबंधित हो या समाज के किसी अन्य वर्ग से संबंधित हो। विशेषकर दिव्यांगजनों के कार्य में विलंब होता आया है जोकि बड़े ही दुर्भाग्य की बात है।