Edited By Simpy Khanna, Updated: 04 Oct, 2019 11:29 AM
प्रदेश में डेंगू अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल आई.जी.एम.सी. में डेंगू की बीमारी से पीड़ित 4 मरीज पहुंचे हैं। चिकित्सक ने सभी मरीज का उपचार करना शुरू कर दिया है। डेंगू से पीड़ित मरीजों में दीपक अर्की सोलन, मोनिषा शिमला,...
शिमला (जस्टा) : प्रदेश में डेंगू अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल आई.जी.एम.सी. में डेंगू की बीमारी से पीड़ित 4 मरीज पहुंचे हैं। चिकित्सक ने सभी मरीज का उपचार करना शुरू कर दिया है। डेंगू से पीड़ित मरीजों में दीपक अर्की सोलन, मोनिषा शिमला, उतकर्ष शिमला और विमला रोहड़ू शामिल हैं।
हैरानी तो यह है कि शहर में अभी स्क्रब टाइफस खत्म नहीं हुआ है, अब डेंगू ने पांव पसार दिए हैं। चिकित्सकों द्वारा तर्क दिया जा रहा है कि इस बीमारी से सवाधान रहें, अगर लोगों को इसके कुछ लक्षण दिखते हैं तो वे समय से अस्पताल में जाकर अपना उपचार करवाएं। यह रोग जानलेवा बन सकता है। अस्पताल में उपचार के पूरे साधन हैं।
डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पहले ही अलर्ट हुआ है। विभाग ने स्थानीय निकायों से अपील की है कि किसी भी स्थान पर पानी एकत्र न होने दें क्योंकि चार-पांच दिनों तक एक जगह पर ठहरा साफ जल भी डेंगू के मच्छर के पैदा होने का कारण बन सकता है। डेंगू महामारी पर रोक लगाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि लोग खिड़कियों के शीशे बंद रखें, मच्छरों से बचने के लिए क्रीम का प्रयोग करें, पूरी बाजू के कपड़े पहनें और आसपास पानी एकत्र न होने दें।
आईजीएमसी के एमएस जनक राज ने कहा कि अस्पताल में डेंगू के 4 मामले पॉजीटिव आए हैं, वहीं स्क्रब टाइफस के भी मामले पहुंच रहे हैं। चिकित्सक ने मरीजों का उपचार करना शुरू कर दिया है। लोगों को निर्देश दिए हैं कि अगर किसी को इसके कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो वे समय से अस्पताल में आएं। अस्पताल में उपचार के पूरे साधन हैं।
स्क्रब टाइफस के 13 मामले पॉजीटिव
स्क्रब टाइफस के 13 मामले पाजीटिव आए हैं। चिकित्सक ने आई.जी.एम.सी. में 40 मरीजों के टैस्ट लिए थे, जिनमें से 13 मरीज पॉजीटिव आए हैं। मरीजों में ऊषा, सुनीता, सरला, अजय, कमीरी देवी, रीता, देवी दत्त, सुमा, संतोष, मीरा, गोविंद व मिनाक्षी आदि शामिल हैं। ये मरीज प्रदेश के जगह-जगह से अपना उपचार करवाने आई.जी.एम.सी. पहुंचे हंै। चिकित्सक ने इनका उपचार करना शुरू कर दिया है। स्क्रब टाइफस से अभी तक 9 मौतें हो चुकी हैं।
पीलिया सक्रिय, आई.जी.एम.सी. पहुंचा मरीज
उधर, शहर में पीलिया अब सक्रिय हो गया है। आई.जी.एम.सी. में एक मरीज पीलिया का पहुंचा है। इस मरीज को हैपेटाइटिस-ई टाइप का पीलिया पाया गया है। यह मरीज छोटा शिमला का रहने वाला है। चिकित्सक ने मरीज का उपचार करना शुरू कर दिया है। हैपेटाइटिस-इ टाइप का मरीज पहुंचने से लोगों के बीच हड़कंप मच गया है। यह एक ऐसा रोग है जो बैक्टीरिया के इंफैक्शन की वजह से होता है और ये सीधे लीवर में अटैक करके उसे नुक्सान पहुंचाता है और कई बार यह रोग इतना अधिक बढ़ जाता है कि लीवर का रिकवरी करना मुश्किल हो जाता है और व्यक्ति की मौत हो जाती है।