Edited By Vijay, Updated: 20 Apr, 2021 07:54 PM
विधानसभा हरोली के तहत एक गांव के कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की अस्पताल से घर पहुंचते ही मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीज को अपने घर ले जाने के लिए रिश्तेदार ने लिखित तौर पर प्रार्थना की थी। 75 वर्षीय बुजुर्ग का बुखार सहित कुछ लक्षण होने पर...
हरोली (दत्ता): विधानसभा हरोली के तहत एक गांव के कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की अस्पताल से घर पहुंचते ही मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीज को अपने घर ले जाने के लिए रिश्तेदार ने लिखित तौर पर प्रार्थना की थी। 75 वर्षीय बुजुर्ग का बुखार सहित कुछ लक्षण होने पर कोरोना टैस्ट करवाया गया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें 13 अप्रैल को इलाज के लिए हरोली अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जबकि अटैंडैंट के रूप में उनके साथ परिवार का एक सदस्य भी वहां रहा।
16 अप्रैल को हुए टैस्ट में पत्नी की रिपोर्ट आई थी पॉजिटिव
इसी दौरान पॉजिटिव मरीज के अन्य घरवालों के 16 अप्रैल को कोरोना टैस्ट हुए, जिसमें मरीज की पत्नी की रिपोर्ट पॉजिटिव व अन्य सभी की रिपोर्ट नैगेटिव रही थी। 19 अप्रैल को मरीज जब अपने घर वापस आया तो वहां पहुंचने के लगभग आधे घंटे के बाद अचानक उसकी मौत हो गई। इस बारे में बीएमओ हरोली डाॅ. संजय मनकोटिया ने बताया कि मरीज को उनके रिश्तेदार के लिखित रूप में प्रार्थना देने के बाद ही घर भेजा गया था। मरीज का पूरा इलाज करने के उपरांत ही अस्पताल से छुट्टी दी जाती है।
लक्षण सामने आने पर तुरंत करवाएं जांच
बीएमओ हरोली ने लोगों से आग्रह किया कि लक्षण सामने आते ही अपनी तुरन्त जांच करवाएं। लोग इस बात को कहीं छुपाने की गलती न करें अन्यथा यह उनके लिए नुक्सानदायक हो सकती है। मरीज की ज्यादा खतरनाक स्थिति का एक कारण यह भी है कि मरीज समय पर अपनी जांच नहीं करवाते। अगर समय पर जांच के बाद इलाज शुरू हो जाता है तो बीमारी पर काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।