Edited By Vijay, Updated: 17 Sep, 2023 07:42 PM

करीब 45 दिन बीत जाने के बाद आखिरकार सुशील कुमार का शव चमेरा जलाशय में मिला। पुलिस द्वारा शिनाख्त के बाद पाया गया कि यह शव सुशील कुमार का है। डल्हौजी पुलिस ने शव को कब्जे में लिया तथा पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया।
तेलका (इरशाद): करीब 45 दिन बीत जाने के बाद आखिरकार सुशील कुमार का शव चमेरा जलाशय में मिला। पुलिस द्वारा शिनाख्त के बाद पाया गया कि यह शव सुशील कुमार का है। डल्हौजी पुलिस ने शव को कब्जे में लिया तथा पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया। मृतक सुशील कुमार के पिता राजमल के अनुसार चमेरा जलाशय से सुशील का शव मिलना संदेह पैदा कर रहा है। उन्होंने आशंका जताई है कि किसी ने सुशील की हत्या कर उसे जलाशय में फैंक दिया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मामले की पूरी छानबीन करने की मांग की है ताकि उन्हें न्याय मिल सके।
बता दें कि सुशील कुमार (28) पुत्र राजमल निवासी गांव रिछेटा डाकघर अंद्राल तहसील सलूणी जिला चम्बा 1 अगस्त को बद्दी से अपने काम से घर लौट रहा था तो अचानक उसका फोन स्विच ऑफ हो गया। जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद परिजनों ने पुलिस में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने अपने स्तर पर सुशील को तलाश करने का प्रयास किया लेकिन उसका कोई पता नहीं चल रहा था। सुशील के परिजन व रिश्तेदार लगातार प्रयास करते रहे। उनका कहना है कि सुशील की अंतिम लोकेशन बम्बेऊ टावर की आ रही थी। इसके बाद 15 सितम्बर को चमेरा जलाशय से सुशील का शव बरामद हुआ। डीएसपी डल्हौजी हेमंत ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सुशील कुमार की मौत के कारण का पता चल पाएगा। इसके बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here