Edited By Kuldeep, Updated: 31 Dec, 2024 10:58 PM
जिला चम्बा के डल्हौजी की गौरजा कौशल ने लेखन कला का जौहर दिखाया है। 18 वर्षीय गौरजा को बचपन से ही कविता लिखने का शौक था और अब तक 50 से ज्यादा कविताएं लिख चुकी है।
डल्हौजी (शमशेर): जिला चम्बा के डल्हौजी की गौरजा कौशल ने लेखन कला का जौहर दिखाया है। 18 वर्षीय गौरजा को बचपन से ही कविता लिखने का शौक था और अब तक 50 से ज्यादा कविताएं लिख चुकी है। इसमें खास बात यह है कि अधिकतर कविताएं अंग्रेजी माध्यम में लिखी गई हैं।
गौरजा ने 10वीं कक्षा तक की पढ़ाई डल्हौजी स्थित सैक्रेट हार्ट कान्वेंट स्कूल में हासिल की। जबकि जमा 2 कक्षा की पढ़ाई चंडीगढ़ से की। गौरजा के पिता राजीव कौशल वकील हैं और उनकी माता राखी कौशल नगर परिषद डल्हौजी की कार्यकारी अधिकारी हैं।
गौरजा इंसान और प्रकृति विषय पर कविताएं लिखकर क्षेत्र का नाम रोशन कर रही है। पढ़ाई में भी गौरजा काफी होशियार है। जबकि वर्तमान में लॉ की तैयारी कर रही है। गौरजा की माता राखी कौशल ने बताया कि गौरजा को बचपन से ही लिखने का शौक रहा है।