Edited By Vijay, Updated: 02 Oct, 2024 06:05 PM
हिमाचल पुलिस विभाग ने सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने को विशेष अभियान चलाकर शराबी वाहन चालकों पर खासा शिकंजा कसा है।
शिमला (राक्टा): हिमाचल पुलिस विभाग ने सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने को विशेष अभियान चलाकर शराबी वाहन चालकों पर खासा शिकंजा कसा है। इसके तहत 8 दिनों के भीतर 46901 वाहनों की जांच की गई और शराब पीकर वाहन चलाने पर 1246 चालान जारी किए। साथ ही मोटर वाहन अधिनियम की धारा 202 के तहत 290 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इस अभियान के दौरान शराब पीकर गाड़ी चलाने पर 483 ड्राइविंग लाइसैंस निलंबन करने के लिए भेजे हैं। डीजीपी डाॅ. अतुल वर्मा ने कहा कि शराब पीकर गाड़ी चलाना सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में से एक है।
इस अभियान का उद्देश्य शराब पीकर गाड़ी चलाने की समस्या से निपटना, सड़क दुर्घटनाओं को कम करना और सुरक्षित व जिम्मेदार ड्राइविंग की संस्कृति को बढ़ावा देना है। साथ ही ये अभियान सड़कों को सभी के लिए सुरक्षित बनाने की विभाग की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। डीजीपी ने कहा है कि सभी को शराब पीकर गाड़ी चलाने से बचना चाहिए और हिमाचल प्रदेश को सुरक्षित स्थान बनाने काे आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पुलिस आने वाले दिनों में सड़क सुरक्षा उल्लंघन पर नजर रखना जारी रखेगी और आवश्यक कार्रवाई करेगी।
उन्होंने जनता से आग्रह किया है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और शराब पीकर गाड़ी चलाने की किसी भी घटना की सूचना निकटतम पुलिस स्टेशन या 112 डायल करके दें। प्रदेश का कोई भी जिला शराबी चालकों से अछूता नहीं। पुलिस अभियान के जो आंकड़े सामने आए हैं, उसमें हर जिला के तहत शराब पीकर वाहन चलाने पर चालान हुए हैं। सोलन जिला में सबसे अधिक 143, शिमला में 133, कुल्लू में 126, बिलासपुर में 108, पुलिस जिला बद्दी में 106 सहित अन्य जिलों में भी चालान हुए हैं। प्रदेश में औसतन हर सप्ताह शराब पीकर वाहन चलाने के 195 चालान होते हैं।
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