Edited By Vijay, Updated: 03 Feb, 2023 10:54 PM
प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के चलते एक सैंटर हैड टीचर (सीएचटी) को सस्पैंड कर दिया है। वित्तीय अनियमितताओं पर सीएचटी को उपनिदेशक की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस पर संतोषजनक जवाब न मिलने पर प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने यह...
धर्मशाला (नवीन): प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के चलते एक सैंटर हैड टीचर (सीएचटी) को सस्पैंड कर दिया है। वित्तीय अनियमितताओं पर सीएचटी को उपनिदेशक की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस पर संतोषजनक जवाब न मिलने पर प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने यह कार्रवाई की है।
जानकारी के मुताबिक बीते दिनों प्रारंभिक शिक्षा विभाग उपनिदेशक ने एक स्कूल का निरीक्षण किया था। इस निरीक्षण में पाया गया है कि संबंधित स्कूल स्वर्ण जयंती ज्ञानोदय श्रेष्ठ विद्यालय योजना के तहत चुना गया था। इस योजना के तहत स्कूल को करीब 15 लाख रुपए दिए गए थे। निरीक्षण के दौरान 6 लाख रुपए के बिल बाऊचर ही पाए गए तथा धरातल पर कोई काम नहीं दिखा। कई वित्तीय अनियमितताएं इस निरीक्षण के दौरान देखी गईं। वहीं बाकी के पैसों के प्रयोग पर भी संबंधित सीएचटी स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए, जिस कारण सीएचटी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। संबंधित सीएचटी की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उसे सस्पैंड कर दिया गया है। वहीं शिक्षा विभाग की मानें तो आगामी दिनों में कई स्कूलों में औचक निरीक्षण किए जाने हैं।
उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा कांगड़ा मोहिंद्र कुमार ने बताया कि स्वर्ण जयंती ज्ञानोदय श्रेष्ठ विद्यालय योजना के तहत चयनित एक स्कूल के निरीक्षण के दौरान वित्तीय अनियमितताएं पाई गई थीं। सीएचटी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था। सीएचटी का जवाब संतोषजनक न मिलने पर सीएचटी को सस्पैंड कर दिया गया है।
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