Edited By Vijay, Updated: 25 Jul, 2025 12:03 PM

उत्तर भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में शुमार माता श्री चिंतपूर्णी धाम में श्रावण नवरात्रों का शुभारंभ शुक्रवार को बेहद श्रद्धा और उत्साह के साथ हुआ। हर साल की तरह इस बार भी मंदिर परिसर और आसपास का क्षेत्र भक्ति और उल्लास से सराबोर नजर आया।
ऊना (अमित): उत्तर भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में शुमार माता श्री चिंतपूर्णी धाम में श्रावण नवरात्रों का शुभारंभ शुक्रवार को बेहद श्रद्धा और उत्साह के साथ हुआ। हर साल की तरह इस बार भी मंदिर परिसर और आसपास का क्षेत्र भक्ति और उल्लास से सराबोर नजर आया। नवरात्रों के पहले ही दिन देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु मां के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे और मां की पवित्र पिंडी के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ और श्रावण मास की आध्यात्मिक गरिमा को देखते हुए मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों, दीपों और सजीव रोशनी से भव्य रूप में सजाया गया है। वातावरण में भक्ति संगीत की गूंज, मंदिर की घंटियों की मधुर ध्वनि और 'जय माता दी' के जयकारों से हर कोई भावविभोर होता नजर आया।

देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर ने नवाशा शीश
श्रावण नवरात्रों के शुभारंभ के अवसर पर हिमाचल प्रदेश की देहरा विधानसभा क्षेत्र की विधायक कमलेश ठाकुर भी मंदिर पहुंचीं। उन्होंने मां चिंतपूर्णी के चरणों में शीश नवाकर प्रदेश की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। उनके साथ मौजूद श्रद्धालुओं और स्थानीय भक्तों ने भी पूरे श्रद्धाभाव से मां की पूजा-अर्चना की। इस दाैरान मंदिर न्यास की ओर से विधायक कमलेश ठाकुर काे माता की चुनरी और तस्वीर भेंट कर सम्मानित किया गया।
मंदिर के कपाट सुबह 3 बजे से खुले
मंदिर के पुजारी संदीप कालिया ने जानकारी देते हुए बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार सुबह 3 बजे ही मंदिर के कपाट खोल दिए गए थे। इससे श्रद्धालुओं को सुबह-सवेरे दर्शन का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि इस बार दुर्गाष्टमी 1 अगस्त को और नवमी 2 अगस्त को मनाई जाएगी। पुजारी ने यह भी बताया कि श्रावण नवरात्रों के इस पावन अवसर पर मां चिंतपूर्णी से संपूर्ण विश्व के लिए स्वास्थ्य, शांति और समृद्धि की कामना की गई है।
श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध
श्रद्धालुओं की सुविधा और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह चौकस है। जिला प्रशासन और मंदिर न्यास द्वारा मेले के आयोजन को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए विस्तृत प्रबंध किए गए हैं। पूरे मेला क्षेत्र को 10 सैक्टरों में बांटा गया है, जहां प्रत्येक सैक्टर में एक सैक्टर मजिस्ट्रेट और एक पुलिस अधिकारी की तैनाती की गई है। इसके अलावा, सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए लगभग 1200 पुलिसकर्मी और होमगार्ड जवानों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं ताकि पूरे क्षेत्र की निगरानी चौबीसों घंटे हो सके।