Edited By Simpy Khanna, Updated: 10 Oct, 2019 10:18 AM
कहीं आप कम आयोडीन वाला नमक उपयोग कर रोगों को दस्तक तो नहीं दे रहे हैं। प्रत्येक रसोई में प्रयोग किए जा रहे नमक में आयोडीन की कितनी मात्रा है इसकी जांच होगी। प्रत्येक रसोई में आशा वर्कर दस्तक देकर नमक की जांच करेंगी। शरीर की अनेक महत्वपूर्ण क्रियाएं...
पालमपुर (भृगु) : कहीं आप कम आयोडीन वाला नमक उपयोग कर रोगों को दस्तक तो नहीं दे रहे हैं। प्रत्येक रसोई में प्रयोग किए जा रहे नमक में आयोडीन की कितनी मात्रा है इसकी जांच होगी। प्रत्येक रसोई में आशा वर्कर दस्तक देकर नमक की जांच करेंगी। शरीर की अनेक महत्वपूर्ण क्रियाएं आयोडीन पर निर्भर हैं। आयोडीन शरीर व मस्तिष्क की वृद्धि, विकास व संचालन के लिए आवश्यक है। आयोडीन की कमी से घेंघा हो सकता है। सामान्य व्यक्ति के अपेक्षा उसमें काम करने की ताकत भी कम हो जाती है। विशेषज्ञ बताते हैं कि आयोडीन की कमी से नवजात शिशु के शरीर व दिमाग की वृद्धि व विकास में रुकावट आ सकती है।
क्या है आयोडीन युक्त नमक
आयोडीन युक्त नमक का उपयोग शरीर में आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए किया जाता है। सामान्य नमक में निर्धारित मात्रा में आयोडीन मिलाया जाता है। यह नमक देखने में आम नमक की भांति ही दिखता है तथा इसके स्वाद व रंग आदि में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं होता है।
खुले में नमक न रखें
नमक को खुले में रखने से इसमें आयोडीन की मात्रा कम हो जाती है। विशेषज्ञ बताते हैं कि गर्म स्थान पर रखने तथा नमक को अधिक देर तक भुनने से भी आयोडीन की मात्रा नमक में कम हो जाती है। ऐसे में नमक को शीशे के बंद डिब्बे में ही रखना अधिक उपयुक्त माना जाता है। निर्धारित मानदंडों अनुसार मैनुफैक्चर द्वारा पैकिंग के समय नमक में आयोडीन की मात्रा 30 पी.पी.एम. होना चाहिए जबकि घर में जो नमक उपयोग में लाया जाता है उसमें आयोडीन की मात्रा कम से कम 15 पी.पी.एम. होनी चाहिए।
कैसे होगी जांच
प्रत्येक आशा वर्कर को एक किट दी गई है। इस किट में 2 प्रकार के रिजैंट हैं। आशा वर्कर एक रिजैंट रसोई से उठाए गए सैंपल में डालेंगे यदि नमक का रंग नीला या बैंगनी हो जाता है तो नमक में आयोडीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है परंतु यदि रंग नीला या बैंगनी नहीं होता है तो दूसरा रिजैंट डाल कर इसकी जांच की जाएगी जिसके पश्चात नमक में उपलब्ध आयोडीन की मात्रा का पता चल सकेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. गुरदर्शन दास गुप्ता ने कहा कि नमक में आयोडीन की मात्रा की जांच की जा रही है। आशा वर्कर प्रत्येक घर में जाकर नमक के सैंपल लेकर जांच करेंगी ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि प्रयोग किए जा रहे नमक में आयोडीन की मात्रा निर्धारित मानकों के अनुसार है या नहीं। इस सारे डाटा को एकत्रित कर विश्लेषण किया जाएगा।