Edited By Vijay, Updated: 09 Aug, 2019 09:01 PM
हिमाचल प्रदेश के भारत संचार निगम लिमिटेड में बिल्डिंग कॉन्ट्रैक्टर्स ने बीएसएनएल अधिकारियों के रवैये के खिलाफ जोरदार विरोध किया और कॉन्ट्रैक्टर्स के 10 माह से अटके 60 करोड़ के भुगतान पर रोष जताया।
सुंदरनगर (नितेश सैनी): हिमाचल प्रदेश के भारत संचार निगम लिमिटेड में बिल्डिंग कॉन्ट्रैक्टर्स ने बीएसएनएल अधिकारियों के रवैये के खिलाफ जोरदार विरोध किया और कॉन्ट्रैक्टर्स के 10 माह से अटके 60 करोड़ के भुगतान पर रोष जताया। बीएसएनएल बिल्डिंग कॉन्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष केशव नायक ने कहा कि हिमाचल के कॉन्ट्रैक्टर्स की 60 करोड़ की रकम डूबने की कगार पहुंच गई।
भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से रुके कई निर्माण कार्य
उन्होंने कहा कि बीएसएनएल के भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से न केवल ठेकेदार बल्कि प्रदेश सरकार के कई निर्माण कार्य रुक गए हैं जबकि भुगतान न होने पर अब ठेकेदारों ने भी काम रोक दिए हैं। उन्होंने कहा कि इतना सब होने के बावजूद प्रदेश की अफसरशाही सरकार को समस्या के प्रति अवगत नहीं करवा पाई जबकि मुख्यमंत्री की व्यस्तता की वजह से एसोसिएशन को मिलने का समय नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि भुगतान की मांग को लेकर जल्द ही एक प्रनिधिमंडल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलेगा।
प्रदेश के 600 करोड़ के निर्माण कार्य भी खतरे में
उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार ने 600 करोड़ रुपए की राशि का बीएसएनएल निगम को काम दिया है। इस रकम का प्रदेश में एक पैसा अभी तक व्यय नहीं किया गया है। निगम ने हिमाचल सरकार से मिले 150 करोड़ रुपए का भी कोई हिसाब नहीं दिया है। भवन निर्माण के बावजूद प्रदेश के कॉन्ट्रैक्टर्स को एक पैसा नहीं दिया। बीएसएनएल के मुख्य अभियंता ने प्रदेश के कॉन्ट्रैक्टर्स को भी जल्द पेमैंट का भरोसा दिया लेकिन निगम के हिमाचल के अधिकारियों ने इस दिशा में 10 माह में कोई कार्रवाई नहीं की है।