Edited By kirti, Updated: 21 Feb, 2019 11:06 AM
सरकार द्वारा बी.एस.एन.एल. कर्मचारियों की मांगों पर नकारात्मक रवैया अपनाने के कारण कर्मचारियों ने हड़ताल को अनिश्चितकालीन करने के लिए प्रस्ताव पारित कर ऑल यूनियन एंड एसोसिएशन ऑफ बी.एस.एन.एल. के केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया है।
धर्मशाला : सरकार द्वारा बी.एस.एन.एल. कर्मचारियों की मांगों पर नकारात्मक रवैया अपनाने के कारण कर्मचारियों ने हड़ताल को अनिश्चितकालीन करने के लिए प्रस्ताव पारित कर ऑल यूनियन एंड एसोसिएशन ऑफ बी.एस.एन.एल. के केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया है। इस प्रस्ताव में कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की बात कही है। एन.एफ .टी.ई. के राष्ट्रीय संगठन सचिव सत्येंद्र गौतम ने बताया कि सरकार द्वारा मांगों पर कोई भी सकारात्मक रवैया न अपनाने के कारण यह प्रस्ताव पारित किया गया है।
3 दिन से अधिकारी और कर्मचारी हड़ताल पर हैं परंतु प्रबंधन और सरकार संगठनों को वार्ता के लिए बुलाने की अपेक्षा कर्मियों को डरा रहे हैं। नेताओं ने कहा कि सरकारी कंपनी होने के बावजूद भी बी.एस.एन.एल. को आज तक 4जी लाइसैंस और स्पैक्ट्रम नहीं दिया गया है जबकि निजी ऑप्रेटर को 2010 में ये स्पैक्ट्रम दे दिए गए हैं। बी.एस.एन.एल. का घाटा निजी कंपनियों के 8 लाख करोड़ रुपए के मुकाबले मात्र 31 हजार रुपए करोड़ है परंतु इसे सबसे ज्यादा घाटे वाली कंपनी के रूप में बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बी.एस.एन.एल. बचेगा तो ही राष्ट्र निजी कंपनियों की लूट से बचेगा। इस अवसर पर सभी संगठनों के जिला सचिव व पदाधिकारी, सत्येन घई व अमरजीत सिंह आदि कर्मचारी मौजूद रहे।
मांगों को लेकर तीसरे दिन भी बी.एस.एन.एल. पालमपुर एस.डी.सी. के सभी कर्मचारी व अधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर ऑल यूनियन और एसोसिएशन के बैनर तले भारत सरकार की नीतियों के विरोध में तीसरे दिन हड़ताल पर रहे। इस मौके पर एस.एन.ई.ए. से राजकुमार, रमेश कुमार व नवीन तथा बी.एस.एन.एल. के वीरेंद्र कुमार, विनोद कुमार व अमित वस्सी ने इस दौरान हड़ताल में शामिल कर्मचारियों को संबोधित किया।