Edited By Vijay, Updated: 11 Sep, 2018 05:19 PM
भाजपा नेताओं ने युवा कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर जारी बयान में कहा है कि राणा परिवार हमेशा सवारी की राजनीति करता है। पुत्र बेजुबान बैलों पर सवारी कर रहा है तो पिता आपदा प्रबंधन का उपाध्यक्ष बनकर इंसानों की पीठ पर सवार होकर आपदा का जायजा लेता था।
ऊना (विशाल): भाजपा नेताओं ने युवा कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर जारी बयान में कहा है कि राणा परिवार हमेशा सवारी की राजनीति करता है। पुत्र बेजुबान बैलों पर सवारी कर रहा है तो पिता आपदा प्रबंधन का उपाध्यक्ष बनकर इंसानों की पीठ पर सवार होकर आपदा का जायजा लेता था। चंडीगढ़ से आकर पिता और पुत्र अपनी राजनीति चमकाने के लिए ओछे हथकंडों पर उतर आए हैं। यहां जारी बयान में भाजपा के अध्यक्ष बलबीर बग्गा, मंडल अध्यक्ष रमेश भडोलियां, महामंत्री तिलक राज सैनी, अशोक धीमान, आई.टी. सैल के बलविन्द्र गोल्डी, सुमित शर्मा तथा मीडिया इंचार्ज राजकुमार पठानिया आदि ने कहा कि राणा लोकसभा चुनावों में एक लाख मतों से हुई पराजय और अपनी पत्नी की विधानसभा चुनावों में हुई हार को भूल चुके हैं।
एहसान फरामोश राजनेता के तौर पर होती है राणा की गिनती
भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि राजनीति में एहसान फरामोश राजनेता के तौर पर राणा की गिनती प्रदेश भर में की जाती है। कभी पूर्व सी.एम. प्रो. धूमल का दिन-रात गुणगान करते थे लेकिन बाद में सत्तालोलुपता की खातिर वीरभद्र सिंह की शरण में जा पहुंचे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में बुरी तरह से हारने के बाद वीरभद्र सिंह की कृपा से आपदा प्रबंधन बोर्ड के वाइस चेयरमैन बने राजेंद्र राणा ने लोगों की आपदा तो क्या दूर करनी खुद ही लोगों के लिए आपदा बन गए जब धर्मपुर क्षेत्र में लोगों की पीठ पर सवार होकर बाढग़्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने लग पड़े।
अब ज्यादा नहीं चलेगी राणा की राजनीति
अब पुत्र पिता की राह पर चलते हुए बेजुबान बैलों पर आपदा बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि खुद को राजनीति का धुरंधर समझने वाले राणा की राजनीति अब ज्यादा नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि ऊना में यूथ कांगे्रस का सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन बुरी तरह से फ्लॉप हुआ है और बेजुबान बैलों पर सवार होकर उनका अत्याचार किया गया है। विरोध-प्रदर्शन के जरिए जो सपना कांगे्रस के कुछ लोग पाले हुए हैं वह कतई पूरा नहीं होगा।