Edited By Vijay, Updated: 05 Jan, 2020 07:15 PM
देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के हो रहे विरोध को देखते हुए भाजपा ने अब इस कानून के फायदों के बारे में लोगों को अवगत करवाना शुरू कर दिया। इसी कड़ी में रविवार को करसोग बाजार से जनजागरण अभियान की शुरूआत हुई जो अगले 10 दिनों तक चलेगा।
करसोग (धर्मवीर गौतम): देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के हो रहे विरोध को देखते हुए भाजपा ने अब इस कानून के फायदों के बारे में लोगों को अवगत करवाना शुरू कर दिया। इसी कड़ी में रविवार को करसोग बाजार से जनजागरण अभियान की शुरूआत हुई जो अगले 10 दिनों तक चलेगा। रविवार को विधायक हीरा लाल सहित मंडल के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने करसोग विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय बाजार लेकर हर घर में दस्तक देकर लोगों को नागरिकता संशोधन कानून के बारे में जानकारी दी।
पदाधिकारी व कार्यकर्ता डोर-टू-डोर करेंगे सीएए का प्रचार-प्रसार
अभियान के तहत पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। इसमें ग्राम केंद्र के अध्यक्ष को अपने-अपने बूथों का प्रभारी बनाया गया है। ये सभी बूथ स्तर पर डोर-टू-डोर नागरिकता संशोधन कानून का प्रचार-प्रसार करेंगे। इसी तरह से मंडल के पदाधिकारी घर-घर जाकर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पत्र बांटेंगे। अगले 10 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के दौरान विधायक हीरालाल और करसोग मंडलाध्यक्ष कुंदन ठाकुर भी खुद डोर-टू-डोर जनता से संपर्क करेंगे।
क्या है नागरिकता संशोधन कानून
इस कानून में 3 पड़ोसी देशों बंगलादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से भारत आए गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान है। सरकार का दावा है कि हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म के लोग उपर्युक्त देशों में अल्पसंख्यक हैं। इन देशों में इनका उत्पीडऩ होता है इसलिए भारत में 5 साल पूरा कर चुके इन शरणार्थियों को नागरिकता दी जाएगी।
इस कानून से किसे फायदा होगा
इस कानून से बंगलादेश, पाकिस्तान और अफनागिस्तान के उन गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिलेगी जो यहां 31 दिसम्बर, 2014 से पहले आ चुके हैं। इनमें हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के लोग शामिल हैं। अब भारत में 5 साल बिता चुके ऐसे लोग यहां की नागरिकता पाने के हकदार होंगे।
क्या कहते हैं विधायक हीरा लाल
करसोग के विधायक हीरा लाल का कहना है कि करसोग बाजार से जन जागरण अभियान शुरू कर दिया है। ये कार्यक्रम 15 जनवरी तक चलेगा। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। रंविवार को शुरू किए प्रचार में लोगों का भारी समर्थन मिला है।