Edited By Vijay, Updated: 11 Jun, 2019 03:39 PM
एक अध्यापक ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में उस समय ऐसा कर दिखाया कि जब यहां ये कोई कंसैप्ट ही नहीं था। हमीरपुर जिला के मुंडखर सीनियर सैकेंडरी स्कूल को 2014 में बर्चुअल क्लास रूम बनाया तो जिला ऊना के लोहारा स्कूल को 2010 में ही ऑनलाइन कर दिया।
हमीरपुर (अरविंदर): एक अध्यापक ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में उस समय ऐसा कर दिखाया कि जब यहां ये कोई कंसैप्ट ही नहीं था। हमीरपुर जिला के मुंडखर सीनियर सैकेंडरी स्कूल को 2014 में बर्चुअल क्लास रूम बनाया तो जिला ऊना के लोहारा स्कूल को 2010 में ही ऑनलाइन कर दिया। ऐसा करने वाले हमीरपुर जिला के बायोलॉजी प्रवक्ता नवीन गौतम को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से 2-2 अवार्ड से सम्मानित किया है। ऐसा सम्मान पाने वाले नवीन गौतम किसी सरकारी स्कूल के पहले अध्यापक बन गए हैं। गत 6 जून को नई दिल्ली में नैशनल रिकॉर्ड बनाने के लिए नवीन गौतम को 2 गोल्ड मैडल के साथ रिकॉर्ड सर्टिफिकेट दिए गए हैं।
सीनियर सैकेंडरी स्कूल भरेडी में दे रहे सेवाएं
गांव पंदेड के निवासी नवीन गौतम आजकल सीनियर सैकेंडरी स्कूल भरेडी में बायोलॉजी प्रवक्ता के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं। नवीन गौतम का कहना है कि जब सरकारी स्कूल में कहीं पर भी प्रदेश में वैबसाइट नहीं होती थी तो उस समय हाईटैक तरीके से स्कूल में वैबसाइट तैयार की जो आज तक काम कर रही है और दूसरा सम्मान 2014 में बर्चुअल क्लासिज शुरू करने के लिए दिया गया है।
स्कूलों के बच्चों को दिया सफलता का श्रेय
नवीन गौतम ने 2 नैशनल अवार्ड मिलने पर सारा श्रेय स्कूलों के बच्चों को दिया और कहा कि बच्चों के बिना यह दोनों अवार्ड मिलना नामुमकिन सा है। गौतम का कहना है कि अगला लक्ष्य सरकारी स्कूलों के बच्चों के विकास के लिए काम करने के साथ-साथ बेहतर शिक्षा मुहैया करवाना रहेगा।
10 वर्षों से आई.सी.टी. के क्षेत्र में नाम कमा रहे नवीन गौतम
गौरतलब है कि प्रवक्ता नवीन गौतम पिछले 10 वर्षों से आई.सी.टी. के क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं और नवीन गौतम की एक छात्रा ने ब्रिटेन की ओर से आयोजित प्रतियोगिता में पूरे विश्व में तीसरा स्थान हासिल किया था तो एक अन्य छात्रा राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल कर चुकी है।