Edited By Kuldeep, Updated: 17 Aug, 2024 06:05 PM
साइबर ठग आए दिन नए-नए तरीके अपना कर लोगों को ठगने और परेशानी में डालने के लिए अब पुलिस अधिकारियों के फोटो अपने फोन नम्बर, जिससे वो कॉल करते हैं के साथ लगा कर सक्रिय हो गए हैं।
बिझड़ी (सुभाष): साइबर ठग आए दिन नए-नए तरीके अपना कर लोगों को ठगने और परेशानी में डालने के लिए अब पुलिस अधिकारियों के फोटो अपने फोन नम्बर, जिससे वो कॉल करते हैं के साथ लगा कर सक्रिय हो गए हैं। बताते चलें कि ये ठग किसी के व्हाट्सएप नम्बर पर कॉल करते हैं और खुद को पुलिस प्रमुख या सी.बी.आई. प्रमुख बता कर बड़े रौब से पूछते हैं कि आपके कितने लड़के हैं या कितनी लड़कियां हैं और कहां पर हैं। अगर बता दिया जाए तो वो कहते हैं कि हमने किसी संगीन जुर्म में चार लड़के और लड़कियां गिरफ्तार किए हैं उनमें से एक ने आपका नम्बर दिया है। अगर आप उसकी सलामती चाहते हो तो हम आपको एक नम्बर देते हैं उस पर इतने रुपए गूगल-पे कर दो।
ऐसा ही एक व्हाट्सएप कॉल बड़सर उपमंडल के एक व्यक्ति सुभाष धीमान को 923143125631 नम्बर से आई और व्हाट्सएप पर किसी बड़े पुलिस अधिकारी का फोटो लगा था ने पूछा कि आपके कितने लड़के हैं और कहां पर हैं तो दूसरी तरफ से कहा गया कि हमने दो लड़के किसी गंभीर अभियोग में पकड़े हैं उनमें से एक ने आपका नम्बर दिया है अगर आप मामले को रफा-दफा करना चाहते हैं तो बताओ। पीड़ित ने कहा कि जब मैंने कहा कि मेरे दोनों लड़के तो घर पर हैं और मेरे सामने हैं तो दूसरी तरफ से जवाब आया कोई बात नहीं हम आपको दोबारा कॉल करते हैं।
इस सन्दर्भ में एसडीपीओ बड़सर आईपीएस सचिन हिरेमठ ने लोगों को सचेत करते हुए बताया कि पुलिस कभी भी व्हाट्सएप कॉल नहीं करती और न ही फोन पर ऐसी कोई जानकारी लेते हैं। इसलिए ऐसी फ्रॉड कॉल्स से सावधान रहें और ऐसे मामलों में अपना धीरज न खोएं। सर्वप्रथम जिसका जिक्र किया गया है उससे खुद बात करें। हालांकि अधिकतर ऐसी कॉल्स पाकिस्तान के नम्बर से आ रही हैं फिर भी सचेत रहें और पुलिस को सूचित करें।