Edited By prashant sharma, Updated: 19 Jan, 2021 04:01 PM
परवाणु-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग 5 पर विगत दिनों दिनांक 6, 7, 8 व 9 जनवरी को चार अलग-अलग जगहों थाना परवाणु के अंतर्गत चक्कीमोड़ व थाना धर्मपुर के अंतर्गत कुमारहट्टी वाई पास सुरंग व रेलवे फाटक सनवारा के समी ढांकों में फैंके गये मृत मुर्गों के
सोलन : परवाणु-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग 5 पर विगत दिनों दिनांक 6, 7, 8 व 9 जनवरी को चार अलग-अलग जगहों थाना परवाणु के अंतर्गत चक्कीमोड़ व थाना धर्मपुर के अंतर्गत कुमारहट्टी वाई पास सुरंग व रेलवे फाटक सनवारा के समी ढांकों में फैंके गये मृत मुर्गों के सैम्पल जांच हेतु जालंधर तथा भोपाल लैब में भेजे गए थे। जहां से पशुपालन विभाग हिमाचल प्रदेश के पास रिपोर्टें प्राप्त हो चुकीं हैं बताया जा रहा है कि मृत मुर्गों में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए गए हैं।
गौरतलब है कि कालका-शिमला नेशनल हाई-वे 5 पर लगातार चार दिन अलग-अलग जगहों पर मृत मुर्गे भारी मात्रा में फैंके पाए गए थे। पहले व दूसरे दिन जाबली के चक्कीमोड के समीप, तीसरे दिन हाई-वे पर कुमारहट्टी-सोलन बाईपास पर बनी टनल तथा रेलवे फाटक सनवारा के समीप अधिक संख्या में मरे हुए मुर्गे फैंके हुए पाए गए थे। इन चार दिनों में लगभग 1,000 मृत मुर्गे विभिन्न जगहों पर फैंके पाए गए थे। बर्ड फ्लू के खतरे के दृष्टिगत मरे हुए मुर्गों के मिलने से लोगों में डर का माहौल उत्पन्न हो गया था। पशु पालन विभाग की टीम ने इन सभी जगहों से रैंडम पांच-पांच मृत मुर्गों के सैम्पल जांच हेतु लिए थे, जिन्हें जांच के लिए जालन्धर स्थित लैब में भेजा गया था, लेकिन सन्देह होने के चलते इन्हें जांच के लिए भोपाल लैब में भेजा। लैब से प्राप्त रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।