Edited By Updated: 18 Apr, 2017 03:07 PM
भोरंज उपचुनाव के नतीजों के बाद सरकार व संगठन में शुरू हुई तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है।
ऊना: भोरंज उपचुनाव के नतीजों के बाद सरकार व संगठन में शुरू हुई तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है। वीरभद्र सिंह के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू और परिवहन मंत्री के साथ जारी जुबानी जंग में अब समर्थक भी कूद पड़े हैं। ऊना के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र से युवा नेता व प्रदेश कांग्रेस मीडिया पैनलिस्ट ने भोंरज उपचुनाव की हार का ठीकरा सुक्खू पर फोड़ते हुए उनका इस्तीफा मांग लिया है। वहां एक बयान में विजय डोगरा ने कहा कि इस उपचुनाव के आए नतीजों के बाद भी सुक्खू अपनी कुर्सी से चिपके हुए हैं।
मुख्यमंत्री से लगाई सुक्खू को हटाने के लिए लगाई
उन्होंने कहा कि वह अपने गृह जिला में हुए उपचुनाव में करारी हार मिलने के बाद भी त्यागपत्र क्यों नहीं दे रहे। कितनी दुखद बात है कि जो कांग्रेस अध्यक्ष अपने गृह जिला में ही पार्टी के अधिकृत विजेता प्रत्याशी का चयन समय रहते ही नहीं कर सके, वह आने वाले चुनाव के लिए क्या रणनीति बना पाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि वह सुक्खू को हटाने के लिए कांग्रेस आलाकमान से मिलें तथा कार्यकर्ताओं के उत्साह को बरकरार रखने के लिए कोई योग्य व्यक्ति को तैनात करें। डोगरा ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनावों में हिमाचल में कांग्रेस की सत्ता में वापसी हो, इसके लिए हाईकमान को वीरभद्र सिंह को पंजाब राज्य की तर्ज पर ही कैप्टन अमदिर सिंह की तरह पूरी कमान सौंप देनी चाहिए, जिससे भाजपा समेत अन्य दलों के चारों खाने चित्त किए जा सके।
अपने ही लोग जीता रहे भाजपा को
डोगरा ने कहा कि कुटलैहड़ के विधायक वीरेंद्र कंवर की जीत क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय कुछ बिगडै़ल कांग्रेस नेताओं के कारण हो रही है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा, क्योंकि इस बार यहां का चुनाव मुख्यमंत्री का सच्चा सिपाही ही लड़ेगा।