Edited By Vijay, Updated: 07 Jul, 2024 02:53 PM
वन विभाग ने अब खीरगंगा क्षेत्र में रात के समय कैपिंग करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। पर्यटकों को रात के समय खीरगंगा में ठहरने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कुल्लू (धनी राम): वन विभाग ने अब खीरगंगा क्षेत्र में रात के समय कैपिंग करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। पर्यटकों को रात के समय खीरगंगा में ठहरने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आरओ कसोल जोग राज शर्मा ने कहा कि डीएफओ के निर्देशानुसार सभी कैंपों को खीरगंगा से हटा दिया है। उन्होंने कहा केि जो पर्यटक खीरगंगा की यात्रा करना चाहते हैं, उन्हें सुबह जल्दी निकलना होगा और 10 बजे से पहले खीरगंगा पहुंचना होगा। वहीं सुबह 10 बजे के बाद खीरगंगा में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। इसके बाद, उन्हें दोपहर 2 बजे से पहले वापस लौटना होगा। उन्होंने कहा कि रात को ठहरने के लिए पर्यटकों को नक्थान, बरशैणी, कलगा या तोष में रुकना होगा। उधर डीएफओ पार्वती प्रवीण ठाकुर ने कहा कि यह कदम पर्यावरण संरक्षण और क्षेत्र की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
प्रशासन ने सभी पर्यटकों से इन नए नियमों का पालन करने की अपील की है, ताकि खीरगंगा क्षेत्र का प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता संरक्षित रह सके। उन्होंने कहा कि खीरगंगा क्षेत्र में रात के समय कैंपिंग पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। उन्होंंने कहा कि यह कदम देव समाज द्वारा की गई शिकायत के बाद उठाया गया है, जिसमें उन्होंने बताया कि खीरगंगा में भारी मात्रा में कचरा जमा हो रहा है। इस शिकायत के बाद वन विभाग को कई अन्य शिकायतें भी मिलीं, जिसके परिणामस्वरूप तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी कैंपों को हटा दिया गया है। यदि कोई इस नियम का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उसकी अनुमति को हमेशा के लिए रद्द कर दिया जाएगा और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। इसके अलावा यदि कैंपिंग के दौरान कोई अप्रिय घटना घटती है तो उसके लिए कैंप मालिक पूर्ण रूप से जिम्मेदार होंगे। उन्होंने स्थानीय लोगों और पर्यटकों से अपील की है कि वे खीरगंगा में शांति बनाए रखें ताकि सभी देवी-देवता ध्यान कर सकें और क्षेत्र का माहौल शांतिपूर्ण बना रहे।
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