Edited By kirti, Updated: 20 Feb, 2020 10:13 AM
सरकार द्वारा अटल वर्दी योजना के तहत प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को दी गई वर्दी की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लग गए हैं।
सोलन : सरकार द्वारा अटल वर्दी योजना के तहत प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को दी गई वर्दी की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लग गए हैं। पहली बार धोने से ही वर्दी पहनने लायक नहीं रह गई है। इसमें धोने के बाद रंग धुल गया है और बूर भी इतना अधिक है कि पूरी वर्दी पुरानी और खराब लग रही है। बता दें कि पहले सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को 2 साल से वर्दी नहीं मिली थी और बच्चे बिना वर्दी के ही स्कूल आ रहे थे। अभिभावक न तो स्वयं वर्दी ले पा रहे थे और न ही स्कूलों में वर्दी की सप्लाई आई थी। सरकार ने वर्दी का रंग भी बदल दिया और इसमें लंबा समय लग गया।
अब 2 साल बाद वर्दी की सप्लाई दी गई व छात्र-छात्राओं को 2-2 सैट वर्दी के दिए गए। सरकार की तरफ से जो वर्दी सप्लाई की गई है उसकी गुणवत्ता पर भी सवालिया निशान लग गए हैं। हालांकि अभी स्कूल खुले ही हैं, कई छात्र-छात्राएं वर्दी सिलवा रहे हैं अधिकतर ने अभी वर्दी धोई भी नहीं है। जिन छात्रों ने वर्दी धोई है वह इसे दोबारा पहनने से मुकर रहे हैं, क्योंकि वर्दी का रंग भी साथ ही धुल गया है और इसमें बहुत अधिक बूर आ गया है।
एस.एम.सी. की बैठकों में उठाएंगे मामला
अभिभावकों का कहना है कि वह इस बात को स्कूलों में एस.एम.सी. की बैठकों में उठाएंगे। पहले दो वर्ष तक वर्दी नहीं मिली और अब जब मिली है तो उसकी गुणवत्ता बहुत घटिया है। ऐसे में उन्हें स्वयं इसी तरह की वर्दी खरीदनी पड़ेगी। जिला के अधिकतर स्कूलों में वर्दी खराब होने के मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि वर्दी की सप्लाई से पहले इसके सैंपल विभाग के सभी ब्लॉकों तक भेजे गए थे व इसकी पूरी जांच की गई थी बावजूद इसके भी अब घटिया वर्दी सप्लाई होने की शिकायतें आ रही हैं।