Edited By Vijay, Updated: 03 Dec, 2021 11:52 PM
थाना इंदौरा के तहत गांव कोठी में वन काटुओं ने आधा दर्जन से अधिक खैर के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चला डाली और लकड़ी के छोटे-छोटे टुकड़े कर जंगल में छुपा डाले। सूचना मिलने पर वन विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचे और काटी गई खैर की लकड़ी को अपने कब्जे में लिया।
डमटाल (सिमरन): थाना इंदौरा के तहत गांव कोठी में वन काटुओं ने आधा दर्जन से अधिक खैर के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चला डाली और लकड़ी के छोटे-छोटे टुकड़े कर जंगल में छुपा डाले। सूचना मिलने पर वन विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचे और काटी गई खैर की लकड़ी को अपने कब्जे में लिया। वन विभाग कार्यालय धरवाल से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर वन काटुओं ने लाखों की कीमत के आधा दर्जन से अधिक खैर के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चला डाली। काटी हुई लकड़ी को ठिकाने लगाने के लिए वन काटू मौके की तलाश में थे। मगर जैसे ही वन विभाग को सूचना मिली तो वन विभाग के कर्मी मौके पर जाकर लकड़ी को जीप में भरकर वन विभाग कार्यालय में ले आए और आगामी कार्रवाई अमल में लाई गई।
डीएफओ नूरपुर विकल्प यादव ने बताया कि खैर के पेड़ों को काटने की सूचना विभाग को मिली, जिस पर कार्रवाई करते हुए काटी गई लकड़ी को विभाग ने अपने कब्जे में लेकर वन विभाग के कार्यालय में जमा करवा दिया है। गांव कोठी के लोगों ने बताया कि वन विभाग की मिलीभगत से ही अवैध कटान जोर-शोर से चल रहा है। रात के अंधेरे में काटे गए पेड़ों को ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और जीपों में भरकर हिमाचल की सीमा पार कर पंजाब में भेज दिया जाता है। ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग को सूचना देने के बाद भी वन काटुओं पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती बल्कि लोगों को वन काटू जान से मारने की धमकियां देते हैं।
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