Edited By Ekta, Updated: 26 Dec, 2018 11:35 AM
अगर मन में हौसला हो तो बड़े से बड़े मुकाम को हासिल किया जा सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है सोलन के 12 साल के ओजस ने। वह दिखने में छोटा जरूर है लेकिन उपलब्धियां देखकर बड़े से बड़ा दंग रह जाता है। बता दें कि ओजस ने ब्रह्मांड (गैलेक्सी) पर किताब लिखकर...
सोलन (चिनमय): अगर मन में हौसला हो तो बड़े से बड़े मुकाम को हासिल किया जा सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है सोलन के 12 साल के ओजस ने। वह दिखने में छोटा जरूर है लेकिन उपलब्धियां देखकर बड़े से बड़ा दंग रह जाता है। बता दें कि ओजस ने ब्रह्मांड (गैलेक्सी) पर किताब लिखकर सभी को हैरान कर दिया है। इस किताब में ब्रह्मांड पर आधारित कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी है जो इंटरनेट पर भी उपलब्ध नहीं है।
यह किताब ओजस ने एक माह की कठोर मेहनत कर लिखी है। यही नहीं इसे लिखने के साथ-साथ ओजस ने 8वीं कक्षा में टॉप भी किया है जिसकी वजह से ओजस के माता-पिता गौरवान्वित हैं। वहीं अध्यापको में भी खुशी की लहर है। इसमें ब्रह्मांड के बारे अपने सिद्धांत भी शामिल किए हैं जिसे देखकर कई वैज्ञानिक भी ओजस की सोच पर हैरान है। यही कारण है कि उसकी किताब के बिकने से पहले ही इंटरनेट पर प्री बुकिंग आरम्भ हो गई है। अधिक जानकारी देते हुए ओजस ने कहा कि वह एक माह से किताब लिख रहे थे लेकिन उनके सहपाठियों और यहां तक की उनके परिवार को भी इस बात पर यकीन नहीं आ रहा था। लेकिन बाद में ओजस की मां ने उसकी प्रतिभा पर भरोसा किया और उसकी किताब को पब्लिश किया। आज सभी उसकी किताब को देखकर हैरान हैं और गौरवान्वित भी।
ओजस ने बताया कि आज कई कम्पनियां फ्ल्क्सिबल मोबाइल को पेटेंट कर चुकी है लेकिन वह अब एसे फ्लेक्सिबल मोबाइल को पेटेंट करवाने जा रहा है जिसमें कई तरह की विशेषताएं होंगी जिसका अभी तक पेटेंट नहीं हुआ है। वहीं उसकी मां सरिता शर्मा और पिता रामानंद शर्मा ने कहा कि आज वह अपने आप को बहुत खुश नसीब समझ रहे हैं क्योंकि आज के छात्र किताब लिखना तो दूर स्कूल की किताब तक नहीं पड़ पाते और ज्यादा तर छात्र मोबाइल से घिरे रहते हैं। ऐसे दौर में उनके बेटे ने ऐसे विषय पर किताब लिखी है जोकि काफी मुश्किल है।