Edited By Vijay, Updated: 13 Mar, 2019 10:35 AM
मनाली के सोलंगनाला स्थित अंजनि महादेव दुनिया का सबसे बड़ा व आकर्षक बर्फ का प्राकृतिक शिवलिंग बन गया है। इस शिवलिंग का आकार 35 फुट से अधिक ऊंचा हो गया है। यह शिवलिंग बर्फ से नहीं बल्कि अंजनि महादेव में बह रहे पानी के झरने से बना है। पारा माइनस में...
मनाली: मनाली के सोलंगनाला स्थित अंजनि महादेव दुनिया का सबसे बड़ा व आकर्षक बर्फ का प्राकृतिक शिवलिंग बन गया है। इस शिवलिंग का आकार 35 फुट से अधिक ऊंचा हो गया है। यह शिवलिंग बर्फ से नहीं बल्कि अंजनि महादेव में बह रहे पानी के झरने से बना है। पारा माइनस में जाते ही यहां शिवलिंग का आकर बनना शुरू हो गया था और इन दिनों आकार 35 फुट से भी अधिक ऊंचा हो गया है। अंजनि महादेव से गिरता झरना बर्फ बनकर शिवलिंग का रूप धारण कर रहा है। हालांकि इसका आकार फरवरी महीने तक ही बढ़ता था लेकिन इस बार मार्च महीने में भी तापमान माइनस पर रहने से इसके आकार में बढ़ौतरी हो रही है। इसे देखने के लिए देशी-विदेशी सैलानियों के यहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। मनाली से 25 किलोमीटर दूर सोलंगनाला के पास अंजनि महादेव में यह प्राकृतिक शिवलिंग 11,500 फुट की ऊंचाई पर बना है।
गर्मियों में बनेगा सैलानियों का पसंदीदा पर्यटन स्थल
पर्यटन नगरी मनाली के पर्यटन स्थल अंजनि महादेव में इस बार भारी बर्फबारी हुई है, जिससे पर्यटन स्थल की वादियां बर्फ से लद गई हैं। इस साल यहां का तापमान लगातार 2 महीने से माइनस पर ही चल रहा है। इस स्थान पर लगे बर्फ के ढेर व प्राकृतिक शिवलिंग अप्रैल मई व जून में सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बनेंगे।
धार्मिक आस्था का बना प्रतीक
मान्यताओं के अनुसार त्रेता युग में माता अंजनि ने पुत्र प्राप्ति और मुक्ति पाने के लिए तपस्या की थी और भगवान शिव ने दर्शन दिए थे, तभी से यहां पर प्राकृतिक तौर पर बर्फ का शिवलिंग बनता है। इन दिनों यहां सैलानियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है, जो साल भर लगा रहेगा। मान्यता है कि इस शिवलिंग के दर्शन से हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। श्री अमरनाथ बाबा बर्फानी से भी ज्यादा बड़ा व ऊंचा शिवलिंग यहां बन गया है।
बर्फ के बीच 100 मीटर नंगे पांव सफर करता है अचंभित
एक ओर जहां बर्फ के ऊपर नंगे पांव पल भर के लिए चलना कष्टदायक होता है, वहीं पर्यटक श्रद्धालु 100 मीटर की दूरी नंगे पांव तय करते हैं। इस सफर के बीच श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक होता है। अंजनि महादेव के दर्शन नंगे पांव चलकर किए जाते हैं और श्रद्धालुओं को यह बर्फ नुक्सान नहीं पहुंचाती है। स्थानीय निवासी सुंदर, शिव, शोभा राम, रूप ठाकुर और चंदे का कहना है कि यह दैवीय चमत्कार ही है कि बर्फ में नंगे पांव चलने से भी श्रद्धालुओं को कोई नुक्सान नहीं होता।
रोहतांग की तर्ज पर हो रहा लोकप्रिय
मनाली का पर्यटक स्थल रोहतांग देश व दुनिया में अपनी पहचान बना चुका है। रोहतांग की तर्ज पर अब अंजनि महादेव भी लोकप्रिय हो रहा है। इन दिनों सैंकड़ों की संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं, जिनकी कुछ ही दिनों में संख्या हजारों में हो जाएगी। शिवलिंग तक पहुंचने के लिए बस और टैक्सी से मनाली पहुंचा जा सकता है। मनाली से सोलंगनाला तक का 15 किलोमीटर का सफर टैक्सी से कर सकते हैं, वहीं सोलंगनाला से अंजनि महादेव तक 5 किलोमीटर का सफर पैदल या घोड़ों से तय किया जा सकता है।