Edited By Vijay, Updated: 22 Jul, 2018 03:02 PM
सड़क देश की विकास रेखा होती है व सड़कों को गांवों से जोड़ने में सरकारें कई योजनाएं भी बनाती हैं परंतु धरातल पर इसके वो नतीजे नहीं मिलते जो योजनाओं में होते हैं। कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है ग्राम पंचायत बाडी के गांव बढाल में जहां अभी तक सड़क सुविधा...
संसारपुर टैरेस (अरविंद): सड़क देश की विकास रेखा होती है व सड़कों को गांवों से जोड़ने में सरकारें कई योजनाएं भी बनाती हैं परंतु धरातल पर इसके वो नतीजे नहीं मिलते जो योजनाओं में होते हैं। कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है ग्राम पंचायत बाडी के गांव बढाल में जहां अभी तक सड़क सुविधा से लोग वंचित हैं। इस गांव के लगभग 50 घरों के लोगों को बरसात में अपना वाहन तो क्या पैदल तक चलना मुश्किल हो जाता है। इन घरों में जाने के लिए कच्ची सड़क तो है पर वह कई साल बीत जाने के बाद भी पक्की नहीं हुई। लोगों को हर बार आश्वासन मिलता है कि उन्हें जल्द ही पक्की सड़क मिलेगी पर सरकारें आती हैं व चली जाती हैं लेकिन इन लोगों को सड़क सुविधा आज तक नहीं मिल पाई है।
कच्ची सड़क को खुद ही ठीक करने में जुटे सोमपाल
गांव के स्थानीय निवासी सोमपाल जोकि टांग में कुछ समस्या होने के कारण सही ढंग से चल नहीं पाते हैं, सलाम है उनके हौसले को जो खुद के लिए व दूसरे लोगों के लिए बारिश के कारण उखड़ी कच्ची सड़क को खुद ही ठीक करने में जुटे हैं। सोमपाल इस समय मजदूरी कर निर्वाह कर रहे हंै व उन्होंने आने-जाने के लिए एक स्कूटी रखी है लेकिन रास्ता खराब होने के कारण उन्हें स्कूटी ले जाने में दिक्कत आती थी, जिससे परेशान होकर उन्होंने खुद ही सड़क बनाने का मन बना लिया व बाद में उसकी सहायता को इसी गांव के सुरजीत सिंह ने भी हाथ बढ़ाए व दोनों खुद ही रास्ते को ठीक करने में रोज सुबह व शाम के समय जुटे रहते हैं। वहीं इस गांव के इन घरों में जो भी दोपहिया वाहन खरीदता है उसे इस रास्ते को स्वयं ही ठीक करना पड़ता है।