Edited By Vijay, Updated: 27 Nov, 2024 11:58 AM
हिमाचल प्रदेश के 4 जिलों के ड्रग्स इंस्पैक्टरों की टीम ने सीआईडी, एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और स्थानीय पुलिस अधिकारी के साथ मिलकर एक हफ्ते में....
चम्बा (काकू चौहान): हिमाचल प्रदेश के 4 जिलों के ड्रग्स इंस्पैक्टरों की टीम ने सीआईडी, एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और स्थानीय पुलिस अधिकारी के साथ मिलकर एक हफ्ते में जिला चम्बा में 15 दवाइयाें की दुकानों और 3 सरकारी अस्पताल की दवा दुकानों का निरीक्षण किया। इस दाैरान नशीली दवाओं और आदत बनाने वाली दवाओं का भारी स्टॉक जब्त किया गया। टीम ने नशीली दवाओं से संबंधित खरीद बिल, बिक्री बिल, अनुसूची एच 1 रजिस्टर और अन्य रिकॉर्ड कब्जे में ले लिए हैं। नशीली दवाओं की बिक्री के संबंध में अन्य जिलों से भी जानकारी हासिल की थी। इसके अलावा टीम अन्य जिलों और मूल राज्यों से डाटा और बिलों का सत्यापन कर रही है।
पिछले 18 महीनों में नशीली दवाओं और आदत बनाने वाली दवाओं की लगभग 2 लाख गोलियां बिना उचित रिकॉर्ड के बेची गईं। मरीजों का सत्यापन जारी है। सीआईडी एएनटीएफ और ड्रग्स कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस ने आदत बनाने वाली दवाओं की कुछ दोहराई गई पर्चियां बरामद की हैं जो संदिग्ध पाई गई हैं। ऐसे रिकॉर्ड की भी टीम द्वारा जांच की जा रही है। 10 से अधिक मेडिकल स्टोर्स के संचालकों को शेष रिकॉर्ड प्रस्तुत करने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जा सकती है। उन्हें पूरा रिकॉर्ड प्रस्तुत करना होगा।
नशीली दवाओं की लत को रोकने के लिए संयुक्त अभ्यास के रूप में 3 अलग-अलग विभागों द्वारा संयुक्त रूप से पहली ऐसी छापेमारी की गई है। आदत डालने वाली दवाओं की अवैध बिक्री में शामिल मेडिकल स्टोरों की पहचान के बाद आगे भी छापेमारी की योजना बनाई गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम नशीली दवाओं के आदी लोगों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है जो फर्जी नुस्खों पर अवैध बिक्री के कारण आदी हो गए हैं।
पुलिस को जिला चम्बा के नाका/चैक प्वाइंट/प्रवेश बिंदुओं पर जिला चम्बा में नशीली दवाओं को ले जाने वाले प्रत्येक वाहन की जांच करने और सूचना को औषधि नियंत्रण प्रशासन के साथ सांझा करने के लिए भी कहा गया है। सभी सत्यापन कार्यवाही आगे के निर्देशों के लिए सीआईडी मुख्यालय और औषधि नियंत्रण प्रशासन मुख्यालय को भेजी जाएगी। एडीसी धर्मशाला और एएसपी सीआईडी एएनटीएफ धर्मशाला की देखरेख में कांगड़ा में उनके संबंधित मुख्यालयों के निर्देशों के तहत छापेमारी की गई।
सहायक दवा नियंत्रक धर्मशाला निशांत सरीन ने बताया कि संयुक्त टीम ने जिला चम्बा में सरकारी व निजी मेडिकल स्टोर का निरीक्षण किया है। इस दौरान कुछ नशीली दवाओं का उचित रिकाॅर्ड नहीं मिला है। रिकाॅर्ड की जांच चल रही है। जांच के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। विभाग का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
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