Edited By Updated: 17 Feb, 2017 01:54 AM
पर्यटन विभाग जिला में रजिस्टर्ड होटलों व रेस्तरां में हैल्प लाइन नंबर तथा होटलों में लगी लिफ्टों की जांच करेगा।
धर्मशाला: पर्यटन विभाग जिला में रजिस्टर्ड होटलों व रेस्तरां में हैल्प लाइन नंबर तथा होटलों में लगी लिफ्टों की जांच करेगा। इसके अलावा होटलों-रेस्तरां द्वारा सफाई पर कितना ध्यान दिया जा रहा है, के बारे में भी जानकारी हासिल करेगा। अगर उक्त स्थानों पर इन चीजों में खामियां पाई गईं तो पर्यटन विभाग इन होटलों व रेस्तरां की रजिस्ट्रेशन रद्द कर देगा। जानकारी के अनुसार पर्यटन विभाग कांगड़ा ने एक मुहिम शुरू की है। इस मुहिम के तहत पर्यटन विभाग होटलों तथा रेस्तरां में जांच करेगा कि क्या वहां पर चाइल्ड हैल्प लाइन नंबर या अन्य नंबर लिखे हैं या नहीं। ऐसा न होने की स्थिति में पहले होटलों व रेस्तरां को अल्टीमेटम दिया जाएगा। इसके बाद भी अगर वे नहीं मानते हैं तो उनके रजिस्ट्रेशन को रद्द कर दिया जाएगा। पर्यटन विभाग ने होटलों में लगी लिफ्टों की जांच करने का भी निर्णय लिया है ताकि लिफ्टें खराब होने की स्थिति में यहां आने वाले पर्यटकों को कोई दिक्कत न हो।
सफाई को भी दिया जाएगा महत्व
पर्यटन विभाग की मानें तो विभाग द्वारा जिला के होटलों तथा रेस्तरां में सफाई व्यवस्था को जांचा जाएगा। इसके तहत अगर होटलों तथा रेस्तरां में साफ-सफाई की कोई उचित व्यवस्था नहीं है तो उन्हें इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा। विभाग तय करेगा कि होटल तथा रेस्तरां मालिकों द्वारा वहां से निकलने वाले गारबेज के निपटान के लिए किए गए प्रयास किस हद तक कारगार हैं। अगर गारबेज निपटान के प्रयास सही नहीं पाए गए तो इनकी मान्यता रद्द हो सकती है।
स्वच्छता बनेगा शपथ पत्र
पर्यटन विभाग कांगड़ा होटलों व रेस्तरां मालिकों से शपथ पत्र साइन करवाएगा। इस शपथ पत्र के अनुसार उन्हें अपने होटलों व रेस्तरां में साफ-सफाई के लिए किए जाने वाले कार्यों के दर्शाना होगा। इसके अलावा अगर कोई होटल अथवा रेस्तरां ऐसा नहीं करना चाहता तो उसे इसका कारण भी बताना होगा। शपथ पत्र के साइन होने के बाद स्वच्छता की अवहेलना पर होटल व रेस्तरां मालिक पर पर्यटन विभाग द्वारा शिकंजा कसा जा सकेगा।
चाइल्ड लाइन नंबर है जरूरी
पर्यटन विभाग के अनुसार होटलों तथा रेस्तरां में चाइल्ड लाइन नंबर का होना जरूरी है ताकि अगर उक्त स्थानों पर बाल मजदूरी को बढ़ावा दिया जा रहा है तो उसे रोकने का प्रयास किया जा सके। चाइल्ड हैल्पलाइन नंबर अंकित होने पर वहां आने वाले पर्यटक ऐसी बाल मजदूरी की स्थिति में अपना अहम रोल निभा सकते हैं।
क्या कहते हैं पर्यटन विभाग के अधिकारी
पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरैक्टर जगन ठाकुर ने कहा कि पर्यटन विभाग इस बार पर्यटन सीजन पर 3 मुद्दों पर कार्य कर रहा है। इनमें होटलों तथा रेस्तरां में चाइल्ड हैल्पलाइन नंबर, लिफ्टों का निरीक्षण तथा साफ-सफाई की जांच करेगा। पहले विभाग की ओर से अवहेलना करने वाले होटल-रेस्तरां मालिकों को अल्टीमेटम दिया जाएगा। अगर फिर भी उल्लंघन होता है तो ऐसी स्थिति में उनकी रजिस्ट्रेशन रद्द की जाएगी।