Edited By Punjab Kesari, Updated: 30 Sep, 2017 02:40 PM
किसानों को अब अपनी फसलों को बचाना और महंगा होता नजर आ रहा है।
स्वारघाट: किसानों को अब अपनी फसलों को बचाना और महंगा होता नजर आ रहा है। स्वारघाट के साथ लगती ग्राम पंचायतों के बाशिंदों जागली निवासी सुंदर लाल, ज्ञान चंद, जगत राम, मक्खन राम, धर्म पाल, हरि राम, अमर सिंह, चूहड़ा राम, श्याम लाल, भगत राम, भजन सिंह, नंद लाल, भाग सिंह, कमल, रणजीत सिंह, केशव राम व रामलोक आदि ने बताया कि उन्होंने अपनी फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए लाइसैंसी बंदूकें ले रखी हैं, जिनका हर 3 साल बाद नवीनीकरण किया जाता है, जिसके लिए मात्र पहले 15 से 20 रुपए लिए जाते थे, लेकिन इस बार जब उक्त लोग अपनी बंदूकों के लाइसैंस के पंजीकरण नवीनीकरण के लिए गए तो उनसे एक नाली बंदूक के लाइसैंस के नवीनीकरण के 1600 रुपए और दोनाली बंदूक के नवीनीकरण के लिए 3200 रुपए शुल्क की मांग की गई।
जंगली जानव फसलों को तबाह कर रहे
उक्त लोगों का कहना है कि एक तो जंगली जानवर उनकी फसलों को तबाह कर रहे हैं, ऊपर से प्रदेश सरकार ने पंजीकरण फीस में बेतहाशा वृद्धि कर किसानों की रीढ़ तोडऩे का काम कर दिया है। इतनी भारी-भरकम फीस गरीब किसान कहां से चुकाएगा। उक्त किसानों ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि जिन किसानों ने फसलों की हिफाजत के लिए बंदूकें ली हैं, उनके पंजीकरण के नवीनीकरण के लिए पहले जैसी ही फीस रखी जाए, ताकि गरीब किसान अपनी बंदूकों के पंजीकरण का नवीनीकरण करवा सकें।