Edited By Punjab Kesari, Updated: 16 Sep, 2017 12:46 AM
नदियों में रोमांच से भरी विभिन्न गतिविधियों को तलाशने वाले पर्यटकों को आज से कुल्लू जिला की विभिन्न राफ्टिंग कंपनियों द्वारा ब्यास नदी में राफ्टिंग करवाई जाएगी।
कुल्लू: नदियों में रोमांच से भरी विभिन्न गतिविधियों को तलाशने वाले पर्यटकों को आज से कुल्लू जिला की विभिन्न राफ्टिंग कंपनियों द्वारा ब्यास नदी में राफ्टिंग करवाई जाएगी। 16 सितम्बर से राफ्टिंग पर से प्रतिबंध हटा दिया जाएगा इसलिए अब कुल्लू जिला के विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटकों को राफ्टिंग करवाने वाली कंपनियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। कुल्लू जिला में राफ्टिंग और अन्य साहसिक खेलों से संबंधित गतिविधियों में अपार संभावनाएं हैं और इस तरह के साहसिक खेलों की गतिविधियों के माध्यम से घाटी के हजारों युवाओं को रोजगार मिलता है तथा उन्हें सीजन के दौरान अपनी आर्थिकी को मजबूत करने का भी मौका मिलता है।
पर्यटन के क्षेत्र में साहसिक खेलें अहम कड़ी
साहसिक खेलों की गतिविधियों को पर्यटन के क्षेत्र में बहुत ही अहम कड़ी माना जाता है और कुल्लू जिला की भौगोलिक परिस्थिति साहसिक खेलों के लिए बहुत ही अनुकूल मानी जाती है। कुल्लू जिला में राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग गतिविधियों पर 25 जून से ही प्रतिबंध लगा दिया गया था क्योंकि बरसात के मौसम के दौरान नदियों का बहाव कभी भी खतरनाक हो सकता है इसलिए पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राफ्टिंग से संबंधित विभिन्न गतिविधियों पर रोक लगा दी गई थी किंतू अब मौसम राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग के लिए अनुकूल हो गया है जिस कारण अब इन साहसिक गतिविधियों पर से प्रतिबंध हटा दिया गया है।
राफ्टिंग कंपनियों में खासा उत्साह
प्रतिबंध हटने के बाद से घाटी की विभिन्न रफ्ंिटग कंपनियों में खासा उत्साह है जो 16 सितम्बर से शुरू होने वाली राफ्टिंग गतिविधियों में पर्यटकों को राफ्टिंग करवाएंगी तथा अपनी आर्थिकी को मजबूत करने की कोशिश करेंगी। कुल्लू के बवेली में स्नो लाइन एडवैंचर, कौशिक एडवैंचर, क्लासिक जर्नी एडवैंचर, हिल व्यू एडवैंचर, होराइजिंग एडवैंचर, रैड डाइमंड एडवैंचर, स्नो व्यू एडवैंचर, ओरिगन एडवैंचर और रिमझिन एडवैंचर कंपनी चला रहे सभी स्थानीय युवाओं में खासा उत्साह है। राफ्टिंग कारोबार से जुड़े गाइड ईश्वर, विवेक, विरेन्द्र, दीपक ठाकुर और आदित्य के अनुसार रफ्ंिटग करने के लिए देशी और विदेशी दोनों ही तरह के पर्यटक कुल्लू जिला का रुख करते हैं और इस दौरान देश के विभिन्न राज्यों से भी पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है खास कर गुजरात, महाराष्ट्र और बंगाल से ज्यादा पर्यटक आते हैं।