Edited By Punjab Kesari, Updated: 08 Mar, 2018 09:45 PM
वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि विभाग पौधारोपण को लेकर अच्छा काम करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों को ईनाम देगा।
शिमला: वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि विभाग पौधारोपण को लेकर अच्छा काम करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों को ईनाम देगा। इसके अलावा जो अधिकारी काम में लापरवाही बरतेंगे, उनको सजा भी मिलेगी। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान यह बात विधायक इंद्र सिंह तथा सुखराम की तरफ से पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए कही। इस दौरान चौपाल के विधायक बलबीर सिंह वर्मा ने अपने क्षेत्र में पौधारोपण और फैंसिंग सहित अन्य कामों में गड़बड़झाला होने का मामला भी उठाया और इसकी जांच की मांग की। उन्होंने अधिकारियों की तरफ से पौधारोपण को लेकर एक साथ राशि निकालने पर भी सवाल उठाते हुए इसे सीधे संबंधित लोगों के खाते में डालने का सुझाव दिया।
पौधारोपण को लेकर कार्ययोजना तैयार
वन मंत्री ने कहा कि वन विभाग ने पौधारोपण को लेकर एक कार्ययोजना तैयार की है। इसके तहत प्रदेश में अच्छा पौधारोपण और उच्च गुणवत्ता वाली नर्सरी तैयार करने की कार्ययोजना बनाई है। उन्होंने कहा कि विभाग सर्वोत्तम प्लांटेशन, सर्वोत्तम नर्सरी तथा सबसे अच्छे सर्वाइवल रेट के लिए फोरैस्ट गार्ड को पुरस्कृत करेगा, साथ ही सबसे अच्छे सर्वाइवल रेट व अच्छी नर्सरी की सभी 48 मंडलों में प्रतियोगिता करवाएगा। इसमें जो सबसे अच्छा काम करेगा, वहां के अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही जहां अच्छा नहीं होगा, वहां के अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने चौपाल के विधायक की तरफ से उठाए गए मामले को लेकर कहा कि इसकी जांच करवाई जाएगी।
उच्च गुणवत्ता वाली होगी फैंसिंग
इससे पहले अनुपूरक प्रश्न में इंद्र सिंह ने वन विभाग में नई कार्ययोजना तथा पौधारोपण के सर्वाइवल रेट के बारे में जानना चाहा। वन मंत्री ने इस पर कहा कि 13 जनवरी को उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें पौधारोपण व सर्वाइवल रेट को लेकर चिंता जताई गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसके लिए एक कार्ययोजना भी तैयार की है। इसके तहत प्रदेश में 728 नर्सरी के मजदूरों व स्टैक होल्डरों को 15-15 दिन के ट्रेनिंग कैंप लगाए जाएंगे। पौधारोपण के सीजन से पहले अप्रैल व मई में ऐसे क्षेत्र चिन्हित किए जाएंगे, जहां पर प्लांटेशन करनी है तथा वहां पर फैंसिंग का कार्य किया जाएगा। फैंसिंग उच्च गुणवत्ता वाली होगी। इसके बाद जून के माह में पौधारोपण के लिए गड्ढे बनाए जाएंगे। जुलाई व अगस्त माह में जैसे ही वर्षा होगी, मुख्यमंत्री, सभी मंत्री और विधायक पौधारोपण करेंगे।
वैब पोर्टल से जोड़ेंगे पौधारोपण
उन्होंने कहा कि सरकार की योजना है कि लंबे पौधे लगाए जाएं, जिनकी उम्र भी अधिक हो। साथ ही पौधारोपण को वैब पोर्टल से जोड़ेंगे। ई-ग्रीन वैब पोर्टल भी अपलोड किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा वन क्षेत्र का आवरण बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है। जहां पर पेड़ नहीं टिकेंगे, वहां पर बार-बार पौधारोपण किया जाएगा।
वन माफिया को नहीं बख्शेगी सरकार
विधायक ठाकुर राम लाल के अनुपूरक प्रश्न के उत्तर में वन मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय उच्च मार्गों पर रोड साइड पौधारोपण का कार्य नैशनल हाईवे अथॉरिटी करती है। वन विभाग फायर मैनेजमैंट पर मैन्युअल तैयार कर इसे शुरू करेगा। जंगलों में आग न लगे, यह जिम्मेदारी सबकी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने गत 2 माह के कार्यकाल में कई बड़े माफिया को गिरफ्तार किया है और किसी भी प्रकार से माफिया को नहीं बख्शेगी। जंगलों को काटने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी। इस दौरान विधायक राकेश सिंघा ने भी अनुपूरक प्रश्न पूछा।
वरिष्ठता के आधार पर होगी आई.एफ.एस. पदोन्नति
वन मंत्री ने कहा कि पहले कनिष्ठ अधिकारियों को भी पदोन्नति दी गई है लेकिन अब भाजपा के शासनकाल में ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि वरिष्ठता के आधार पर ही आई.एफ.एस. अधिकारियों की पदोन्नति होगी।
पौधों के सूखने की भी होगी जांच
वन मंत्री ने कहा कि जिन स्थानों पर पौधे सूखेंगे, वहां पर फिर से पौधारोपण किया जाएगा। साथ ही इसकी जांच भी की जाएगी कि ये किन कारणों से सूखे हैं। उन्होंने कहा कि पहले प्लांटेशन के तहत पौधारोपण, नर्सरी, फैंसिंग के लिए बजट एक ही होता था, लेकिन अब इसको अलग-अलग करने का प्रयास किया जाएगा। पौधारोपण के 5 साल तक इसके रखरखाव की जिम्मेदारी भी विभाग की होगी।
पौधे उखाड़ने पर होगी कार्रवाई
वन मंत्री ने कहा कि कई स्थानों पर पौधों को उखाडऩे के मामले भी सामने आते रहे हैं। विभाग ऐसे लोगों की पहचान करके उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा।