Edited By Punjab Kesari, Updated: 04 Oct, 2017 02:53 PM
हिमाचल में अब चुनावी बिगुल बजने ही वाला है। ऐसे में पालमपुर से टिकट को लेकर कांग्रेस में हलचल मची हुई है।
पालमपुर: हिमाचल में अब चुनावी बिगुल बजने ही वाला है। ऐसे में पालमपुर से टिकट को लेकर कांग्रेस में हलचल मची हुई है। टिकट को लेकर हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष बृज बिहारी लाल (बीबीएल) बुटेल और उनके पोते भी इस चुनावी मैदान में उतरे हैं। दरअसल बुटेल ने पोते गोकुल बुटेल के उनकी ही सीट पालमपुर से आवेदन करने को सहजता से लिया है। 6वीं बार कांग्रेस विधायक एवं बुटेल ने कहा कि ये स्वतंत्र भारत है, यहां कोई भी टिकट मांग सकता है। एक सवाल में उनसे पूछा गया कि क्या किसी ने पोते को हवा दी है?
इस बार भी वे टिकट के लिए आवेदन कर रहे
इस पर बुटेल ने कहा कि हवा देने वाले भी होते हैं, मगर गोकुल को चुनाव लड़ने का शौक है। मंगलवार को बुटेल ने कहा कि वे 8 बार प्रदेश विधानसभा के चुनाव लड़ चुके हैं। केवल 2 बार उन्होंने लूज किया है। बाकी 6 बार विधायक बने हैं। उन्होंने कहा कि अपने पोते के बाद वे खुद भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के समक्ष टिकट के लिए आवेदन करने जा रहे हैं। इस बार भी वे टिकट के लिए आवेदन कर रहे हैं।
7वीं बार चुनाव लड़ेंगे
बुटेल से जब पूछा गया कि क्या आप अपने सगे भाई कुंज बिहारी लाल बुटेल के पोते गोकुल बुटेल से टिकट आवेदन वापस लेने की बात करेंगे तो उनका जवाब आया कि न तो इस संबंध में उन्होंने पहले उनसे कोई बात की है और न ही आगे करने की जरूरत महसूस करेंगे। इतना जरूर है कि वे कांग्रेस का टिकट लेकर 7वीं बार खुद भी चुनाव लड़ने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक टिकट आवेदन की बात है तो उनका पोता ही क्यों, बेटा भी यह कर सकता है।
मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार हैं गोकुल
28 साल के गोकुल बुटेल को साल 2012 के चुनाव में ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सोशल मीडिया प्रभाग की कमान दी गई थी। उस समय पार्टी प्रदेशाध्यक्ष वीरभद्र सिंह थे। बुटेल को मुख्यमंत्री से अलग खेमे का नेता माना जाता रहा है। क्योंकि गोकुल सीएम का भरोसा जीतने में कामयाब रहे। इसलिए उन्हें सीएम ने अपना आईटी सलाहकार नियुक्त किया था।