Edited By Punjab Kesari, Updated: 15 Jul, 2017 11:16 AM
कोटखाई रेप एंड मर्डर केस में मरने से पहले आंखों में आंसू लिए छात्रा के मुंह से यह अंतिम शब्द निकले थे- ‘जो करना है करो, लेकिन मुझे मत मारो। मैं जीना चाहती हूं, मैं किसी का नाम नहीं बताऊंगी।’
शिमला: कोटखाई रेप एंड मर्डर केस में मरने से पहले आंखों में आंसू लिए छात्रा के मुंह से यह अंतिम शब्द निकले थे- ‘जो करना है करो, लेकिन मुझे मत मारो। मैं जीना चाहती हूं, मैं किसी का नाम नहीं बताऊंगी।’ यह खुलासा पूछताछ के दौरान दरिंदों ने किया है। रेप करने के बाद करीब 5 मिनट तक वह उनसे जान से न मारने की भीख मांगती रही, लेकिन जब मुख्य आरोपियों ने उसकी बात नहीं सुनी। उल्टा उन्होंने अपने साथियों से कहा कि- ‘बेइज्जती हो जाएगी’। ऐसे में एक आरोपी ने उसका गला दबा दिया। 10 से 12 मिनट तक वह तड़पती रही। उसके बाद वह मर गई।
आरोपियों के चेहरों पर जरा सी भी नहीं थी शर्म
बताया जाता है कि पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार 5 आरोपियों को मैडिकल करवाने के लिए दीनदयाल उपाध्यक्ष अस्पताल लाया गया। एएसपी, डीएसपी समेत करीब 40 जवान के पहरे में इनका मैडिकल हुआ। इनके चेहरों पर इस दरिंदगी को लेकर जरा सी भी शर्म, अफसोस और पछतावा नहीं था। इनमें से एक नेपाली ने तो हंसते हुए कहा कि ‘हां मैंने रेप किया’। इस पर एक महिला स्वास्थ्य कर्मी ने उसे डांटा भी।