Edited By Updated: 01 Mar, 2016 10:34 PM
भारत और पाकिस्तान के बीच टी-20 विश्व कप के बहुप्रतीक्षित मुकाबले पर सियासत तेज होने लगी है।
शिमला: भारत और पाकिस्तान के बीच टी-20 विश्व कप के बहुप्रतीक्षित मुकाबले पर सियासत तेज होने लगी है। हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा मैच को सुरक्षा मुहैया कराने में असमर्थता जताने के बाद बीसीसीआई सचिव व सांसद अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने मैच रद्द करवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने वाले प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को भी घेरते हुए कहा कि ऐसे लोग सिर्फ राजनीति ही करना जानते हैं फिर वह उसकी कोई न कोई वजह ढंूढ ही लेते हैं।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि वह यह नहीं जानते कि ये लोग ऐसा कर देश की छवि खराब करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट में यह भी कहा कि मैच होने से प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय को भी लाभ होगा, जिससे देश-विदेश के पर्यटक और अधिक संख्या में प्रदेश पहुंचेंगे। उन्होंने साथ ही यह भी समझाने की कोशिश करते हुए कहा कि ऐसा नहीं कि मैच की तारीख अभी तय हुई है, ऐसे मैचों के लिए कार्यक्रम कई माह पहले तैयार किए जाते हैं ताकि टीमों को मैच के स्थान व प्लान का पहले ही पता हो और उसी हिसाब से सारी व्यवस्थाएं भी की जाती हैं।
मैच स्थलों का चयन भी कई माह पूर्व कर लिया जाता है। इसे अभी हाल ही में तय नहीं किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सबसे खूबसूरत मैदान पर मैच होना प्रदेश के लिए गौरव की बात है इसलिए सभी सियासी दलों को इसमें विरोध करने की बजाय सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा मुहैया करवाने में असमर्थता जताकर आप पाकिस्तान के दावों को आधार दे रहे हैं कि उनकी टीम की सुरक्षा को भारत में खतरा है। यह देश की छवि की बात है और इस पर राजनीति नहीं की जा सकती।
इससे पहले कल हिमाचल प्रदेश सरकार ने बीसीसीआई से यह मैच स्थगित करने या वेन्यू में बदलाव के लिए कहा था। पार्टी का दावा है कि कांगडा कई सैनिकों का घर है जिसमें करगिल युद्ध के हीरो कैप्टन विक्रम बत्तरा और कैप्टन सौरभ कालिया शामिल हंै। पाकिस्तान के मैच की मेजबानी वहां करने से शहीदों के परिवारों की भावनाएं आहत होंगी। उधर, मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मंगलवार को फिर कहा कि धर्मशाला में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले टी-20 वल्र्ड कप क्रिकेट मैच में सुरक्षा संबंधी परेशानी आ सकती है। इसके लिए क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को अपने बूते पर जिम्मेदारी लेनी होगी।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि यदि सांसद एवं बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर को शहीदों के परिवारों के साथ थोड़ी सी भी सहानुभूति है तो वह धर्मशाला में क्रिकेट मैच को न करवाएं। उन्होंने कहा कि कांगड़ा प्रवास के दौरान अधिकांश लोग मैच करवाए जाने के पक्ष में नहीं थे। इसी कारण कांग्रेस विधायक दल भी मौजूदा हालात को देखते हुए धर्मशाला में क्रिकेट मैच को करवाए जाने के पक्ष में नहीं है। उल्लेखनीय है कि भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद शांता कुमार भी विरोध कर रहे हैं।