Edited By kirti, Updated: 11 Jan, 2019 03:02 PM
पहले नशेड़ी बन गए और फिर खुद ही नशे की बिक्री व ढुलाई शुरू कर दी। कई युवाओं ने रातोंरात करोड़पति बनने की चाह में इस दलदल में कदम रखा। कुल्लू से बाहर भी कुल्लू के कई युवा नशे की खेप के साथ दबोचे जा रहे हैं। पुलिस रिमांड अवधि में नशे की खेप संग पकड़े...
कुल्लू : पहले नशेड़ी बन गए और फिर खुद ही नशे की बिक्री व ढुलाई शुरू कर दी। कई युवाओं ने रातोंरात करोड़पति बनने की चाह में इस दलदल में कदम रखा। कुल्लू से बाहर भी कुल्लू के कई युवा नशे की खेप के साथ दबोचे जा रहे हैं। पुलिस रिमांड अवधि में नशे की खेप संग पकड़े जा रहे युवा पूछताछ के दौरान कई खुलासे कर रहे हैं। युवतियां भी पीछे नहीं हैं। पुलिस की मानें तो ज्यादातर युवा ऐसे हैं जो पहले नशेड़ी बन गए और फिर नशे की खुराक पूरी करने के लिए इतने पैसे उपलब्ध नहीं हो पा रहे थे तो खुद ही नशे की बिक्री भी शुरू कर दी।
इस गोरखधंधे से जुड़े बड़े मगरमच्छों की भी इन युवाओं पर निगाह रहती है। वे इन्हें दिल्ली, पंजाब या अन्य प्रांतों से नशे की खेप लाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। नशे की खेप की ढुलाई की एवज में इन्हें पैसा भी मिल रहा है जिससे ये नशे की खुराक पूरी कर रहे हैं। दूसरे प्रांतों से ज्यादातर सिंथैटिक ड्रग्स की कुल्लू सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में सप्लाई हो रही है। इस सप्लाई में ज्यादातर नशेड़ी ही लगे हुए हैं और ये बड़ी संख्या में युवा हैं। पुलिस पूछताछ में कइयों ने यह भी खुलासा किया है कि उनका मकसद रातोंरात अमीर बनना है। इसलिए इस गोरखधंधे में उतरे हैं। कइयों ने नशे की खुराक की पुर्ति के लिए इस कारोबार को अपनाया ताकि कमाई की जा सके और अपने इस्तेमाल के लिए भी नशा मिलता रहे।