Edited By Vijay, Updated: 04 Aug, 2019 05:30 PM
बरसात के दौरान जलजनित रोगों से निपटने व नगर परिषद द्वारा शहर में बांटे जा रहे पानी की गुणवत्ता की जांच करने के लिए आई.पी.एच. विभाग सक्रिय हो गया है। इसी कड़ी में शनिवार को आई.पी.एच. विभाग ने शहर के मुख्य टैंक सहित अन्य क्षेत्रों से पानी के सैंपल भरे।
सोलन (अमित डोभाल): बरसात के दौरान जलजनित रोगों से निपटने व नगर परिषद द्वारा शहर में बांटे जा रहे पानी की गुणवत्ता की जांच करने के लिए आई.पी.एच. विभाग सक्रिय हो गया है। इसी कड़ी में शनिवार को आई.पी.एच. विभाग ने शहर के मुख्य टैंक सहित अन्य क्षेत्रों से पानी के सैंपल भरे। आगामी दिनों में विभाग आसपास के प्राकृतिक जल स्त्रोतों के सैंपल भरकर पानी की गुणवत्ता की जांच करेगा।
जानकारी के अनुसार वैसे सोलन शहर व आसपास के क्षेत्रों को अश्वनी खड्ड व गिरी नदी से पेयजल लिफ्ट करके मुख्य टैंकों तक आई.पी.एच. विभाग ही पहुंचाता है जबकि इससे आगे पानी वितरण का कार्य नगर परिषद सोलन करती है। शहर में पानी की सप्लाई देने से पहले नगर परिषद अपने मुख्य टैंकों पर अपने स्तर पर पानी में ब्लीचिंग पाऊडर डालती है ताकि लोगों को साफ पानी उपलब्ध हो सके। इसी पानी की गुणवत्ता जांचने के लिए आई.पी.एच. विभाग की टीम ने शनिवार को शहर के मुख्य टैंकों सहित आसपास के क्षेत्रों में पानी के सैंपल भरे।
आई.पी.एच. विभाग के अधिशासी अभियंता सुमित सूद ने बताया कि आई.पी.एच. विभाग अपने स्तर पर पानी की गुणवत्ता परखने के बाद उसे नगर परिषद के मुख्य टैंकों तक पहुंचाता है। इसके बाद क्लोरिनेशन करने की जिम्मेदारी नगर परिषद की होती है। शनिवार को विभाग ने पानी के सैंपल भरे ताकि यह पता लग सके कि नगर परिषद द्वारा की जा रही क्लोरीनेशन सही भी है या नहीं।