Edited By Vijay, Updated: 03 May, 2018 07:34 PM
देवभूमि हिमाचल में नाबालिग लड़कियों से रेप की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं। ताजा मामले में खंड नगरोटा बगवां के अंतर्गत एक नाबालिग लड़की से दुराचार होने का मामला सामने आया है।
नगरोटा बगवां: देवभूमि हिमाचल में नाबालिग लड़कियों से रेप की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं। ताजा मामले में खंड नगरोटा बगवां के अंतर्गत एक नाबालिग लड़की से दुराचार होने का मामला सामने आया है। पीड़िता की आयु 15 वर्ष है तथा दुराचार का आरोपी लड़की का मुंहबोला चाचा बताया जा रहा है। पुलिस ने पीड़ित लड़की के बयान के आधार पर आरोपी को हिरासत में लेकर छानबीन आरंभ कर दी है। पुलिस के अनुसार पंजाब के जिला नकोदर निवासी पीड़िता का 48 वर्षीय पिता गत 7-8 वर्ष से क्षेत्र में दुकान कर रहा है तथा उसकी 4 बेटियां हैं, जिनमें से सबसे बड़ी पीड़िता 15 वर्ष की है। पीड़िता की मां कुछ वर्ष पूर्व अपनी चारों बेटियों व पति को छोड़कर चली गई है। चारों बेटियों की परवरिश उनका पिता ही कर रहा था। गत 7-8 महीने पहले पंजाब निवासी 41 वर्षीय आरोपी भी उनके पास आकर दर्जी का काम करने लग पड़ा।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
इसी बीच आरोपी ने लड़की के पिता से उसकी 2 बेटियों सबसे बड़ी 15 वर्षीय बेटी व सबसे छोटी साढ़े 4 वर्षीय को गोद ले लिया। पीड़ित लड़की आरोपी को चाचा कहकर पुकारती थी। उसने पुलिस में बयान दिया कि आरोपी उसके साथ अश्लील हरकतें करता था और उसके साथ उसने कई बार दुराचार भी किया। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता अपनी छोटी बहन को आंगनबाड़ी केंद्र में छोडऩे के लिए गई तो आरोपी भी उसके पीछे-पीछे आ गया और उससे कहने लगा कि जल्दी घर चलो। इससे पीड़िता सहम गई और जब आंगनबाड़ी वर्कर ने उसे पूछा तो उसने सारी बात आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को बता दी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने सी.डी.पी.ओ. को सूचित किया। सी.डी.पी.ओ. ने पीड़िता की सारी बात सुनी और मामला पुलिस को सौंप दिया।
पीड़िता व आरोपी का मैडीकल करवाने में जुटी पुलिस
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपी को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (2), 506 पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि दोनों का मैडीकल करवाया जा रहा है। मैडीकल रिपोर्ट के आधार पर ही पता चल पाएगा कि लड़की के साथ दुराचार हुआ है या नहीं। पुलिस आरोपी को वीरवार को कांगड़ा न्यायालय में पेश करेगी। इसकी पुष्टि डी.एस.पी. कांगड़ा पूर्ण चंद ने की है।