Edited By kirti, Updated: 18 Mar, 2019 12:12 PM
भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा 18 से 20 मार्चतक शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में तीन दिवसीय शास्त्रीय नृत्य उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश भर के प्रसिद्ध कलाकारों के साथ प्रदेश के कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधेंगे। उत्सव के...
शिमला(योगराज): भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा 18 से 20 मार्चतक शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में तीन दिवसीय शास्त्रीय नृत्य उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश भर के प्रसिद्ध कलाकारों के साथ प्रदेश के कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधेंगे। उत्सव के दौरान प्रतिदिन प्रसिद्ध कलाकारों का प्रदर्शन मुख्य आकर्षण रहेगा। जबकि स्थानीय कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

संस्कृति विभाग डॉ. पूर्णिमा चौहान ने कहा कि उत्सव का शुभारम्भ संगीत नाटक अकादमी द्वारा वर्ष 2017 में पुरस्कृत प्रख्यात ओड़िसी नृत्यांगना सुजाता मोहपात्रा की प्रस्तुति से होगा। जबकि शिमला के पवन "कथक" नृत्य प्रस्तुत करेंगे। उत्सव के दूसरे दिन चेन्नई की "भरतनाट्यम" नृत्यांगना जय कविहिनी विजयश्री विट्टल के साथ अपनी प्रस्तुति देंगी और इसके साथ ही सोलन के स्थानीय कलाकार मिनकेतन साहू ओड़िसी नृत्य प्रस्तुत करेंगे। उत्सव के तीसरे दिन की शुरूआत हिमाचल प्रदेश की कुमारी यशिका के कथक नृत्य से होगी और इसके बाद केरल से गुरू कलामण्डलम रामचन्द्र उन्नीथन कथकली नृत्य प्रस्तुत करेंगे।
उन्नीथन महाभारत के एक अध्याय में भगवान हनुमान की भूमिका निभाएंगे, जिसके लिए वह कई जगह प्रसिद्धि प्राप्त कर चुके हैं। प्रसिद्ध कलाकार नृत्य उत्सव में अपनी प्रस्तुति से एक दिन पूर्व शिमला के गेयटी थियेटर में सुबह 11ः00 बजे छात्रों के साथ वार्तालाप भी करेंगे। इस कड़ी में आज सुजाता मोहपात्रा ने छात्रों के साथ चर्चा की और अपने अनुभव भी सांझा किए । जय कविहिनी 18 मार्च को और गुरू रामचन्द्र 19 मार्च सुबह छात्रों के साथ बातचीत करेंगे और छात्रों को आवश्यक जानकारी भी प्रदान करेंगे।