Edited By prashant sharma, Updated: 30 Nov, 2020 07:08 PM
आमतौर पर पुलिस महकमे की छवि को नकारात्मक नजरिए से देखा जाता है। जिसमें अक्सर यह देखने को मिलता है कि पुलिस अपना काम ढंग से नहीं करती और यहाँ तक कि लोगों के द्वारा पुलिस कर्मियों पर रिश्वत लेने जैसे आरोप भी लगाये जाते रहते है
डल्हौजी (शमशेर) : आमतौर पर पुलिस महकमे की छवि को नकारात्मक नजरिए से देखा जाता है। जिसमें अक्सर यह देखने को मिलता है कि पुलिस अपना काम ढंग से नहीं करती और यहाँ तक कि लोगों के द्वारा पुलिस कर्मियों पर रिश्वत लेने जैसे आरोप भी लगाये जाते रहते है, परन्तु डलहौज़ी पुलिस थाना के तहत, गाँधी चौक पुलिस चौकी के प्रभारी हेम राज और उनकी टीम ने ईमानदारी और दृढ़निश्चितता की एक ऐसी मिसाल पेश की जो लोगों को ईमानदारी की राह पर चलने के लिए प्रेरित करती हैं। इन पुलिस कर्मियों ने गुजरात के सूरत से आये पर्यटकों के दो ऐपल के मोबाईल जिनकी कीमत करीब दो लाख रुपये की थी, को लौटा कर ईमानदारी की अनूठी मिसाल कायम की है।
हुआ यू कि गांधी चौक पुलिस चौकी के प्रभारी हेमराज अपनी एक टीम के साथ डलहौज़ी के मालरोड पर गश्त पर थे। इस दौरान पुलिस टीम को एक शैड में ऐपल कम्पनी के दो मोबाईल फोन पड़े हुए मिले। इतने महंगे मोबाईल देख कर किसी का भी ईमान डोल सकता था परन्तु पुलिस की इस टीम ने ईमानदारी का परिचय देते हुए न केवल मोबाईल के मालिक को खोज निकाला बल्कि उन्हें उनके मोबाईल भी सही सलामत लौटा दिए। पुलिस ने इसके लिए नजदीक की एक दुकान के सीसीटीवी कैमरा की भी मदद ली जिसकी मदद से पुलिस ने मोबाइल के मालिक को खोज लिया। अपने मोबाईल को वापस पाकर सूरत से आये पर्यटक अहीर समित कुमार काफी खुश दिखे और उन्होंने पुलिस कर्मियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हमने हिमाचल के लोगों और पुलिस की ईमानदारी के बारे में केवल सुना था लेकिन उसे आज अपने आप महसूस किया है और वे इसे कभी भुला नहीं पाएंगे।