Edited By Vijay, Updated: 24 Jan, 2019 03:27 PM
मनचले को सबक सिखाने वालीं हिमाचल की 2 बहादुर बेटियों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार नहीं मिलेगा। बुधवार को 26 जनवरी की परेड की रिहर्सल में इन दोनों बेटियों को शामिल नहीं किया गया है। इससे दोनों बेटियां और उनके परिजन नाराज और मायूस हैं।
कुल्लू: मनचले को सबक सिखाने वालीं हिमाचल की 2 बहादुर बेटियों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार नहीं मिलेगा। बुधवार को 26 जनवरी की परेड की रिहर्सल में इन दोनों बेटियों को शामिल नहीं किया गया है। इससे दोनों बेटियां और उनके परिजन नाराज और मायूस हैं। बता दें कि कुल्लू की सीमा और मुस्कान को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था। भारतीय बाल कल्याण परिषद ने इन्हें इस सम्मान कि लिए चुना था। इन दोनों बेटियों ने 10 जुलाई, 2017 में कुल्लू में एक मनचले को पीटकर थाने पहुंचाया था। सीमा और मुस्कान को गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली बुलाया गया था लेकिन परेड में शामिल नहीं किया गया।
यह है वजह
बता दें कि हर साल केंद्र सरकार परिषद के चुने हुए बच्चों को वीरता सम्मान से सम्मानित करती थी लेकिन इस बार परिषद पर वित्तीय गड़बडिय़ों के आरोप लगे हैं और परिषद के भेजे नामों को परेड में शामिल नहीं किया गया। बताया जा रहा है कि इन दोनों बेटियों का चयन केंद्र्र सरकार ने नहीं बल्कि भारतीय बाल कल्याण परिषद ने किया था। इस एन.जी.ओ. के चयनित बहादुर बच्चों को पिछले साल तक केंद्र्र सरकार पुरस्कार देती रही है।