Edited By kirti, Updated: 10 Feb, 2020 01:43 PM
प्रदेश सरकार ने आउटसोर्स कर्मचारियों का शोषण रोकने के लिए आईपीएच विभाग में भर्ती 2322 पैरा पंप ऑपरेटर, पैरा फिटर व मल्टी पर्पस वर्कर का 31 मार्च को अनुबंध पूरा होने पर इसे रिन्यू न करने का फैसला लिया है। आईपीएच मंत्री महेन्द्र सिंह ने बताया कि इसकी...
शिमला(योगराज): प्रदेश सरकार ने आउटसोर्स कर्मचारियों का शोषण रोकने के लिए आईपीएच विभाग में भर्ती 2322 पैरा पंप ऑपरेटर, पैरा फिटर व मल्टी पर्पस वर्कर का 31 मार्च को अनुबंध पूरा होने पर इसे रिन्यू न करने का फैसला लिया है। आईपीएच मंत्री महेन्द्र सिंह ने बताया कि इसकी जगह सरकार नियमों के भर्ती करेगी और मामले को कैबिनेट में ले जाया जाएगा। जो लोग योग्य होंगे उन्हें विभाग के तहत रखा जाएगा और दस साल बाद नियमित किया जाएगा। इसके अलावा विभाग ने 1578 पैरा पंप ऑपरेटर, पैरा फ़िटर व मल्टी पर्पस वर्कर के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। आईपीएच विभाग की तरफ से इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है। प्रदेश में 417 पारा पंप ऑपरेटर, 287 पैरा फिटर, 874 मल्टी पर्पस वर्कर रखे जाएंगे। जिनमें पंप ऑपरेटर को 4000 मानदेय दिया जाएगा जबकि पैरा फ़िटर व मल्टी पर्पस वर्कर को 3000 मानदेय मिलेगा।
ये सभी कर्मी 10 साल की सेवाकाल के बाद नियमित किए जाएंगे। 6 घंटे तक इनसे ड्यूटी ली जाएगी। महेंद्र सिंह ठाकुर ने साफ कहा कि अब आईपीएच विभाग में आउटसोर्स पर भर्ती नहीं होगी। 31 मार्च तक आउटसोर्स खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आउटसोर्स में रखे कर्मियों का शोषण होता था उनको बचाने के लिए ये भर्तियां की जा रही है। इनकी भर्ती पंचायतों के बजाए अब एक्सईएन की देखरेख में कमेटी करेगी।