Edited By Kuldeep, Updated: 04 Nov, 2024 09:23 PM
पुलिस थाना लम्बागांव के अधीन पुलिस चौकी आलमपुर की जगरूपनगर पंचायत में महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर सोमवार सुबह महिला के मायका पक्ष से लगभग 200 लोग चौकी के बाहर एकत्रित हो गए।
जयसिंहपुर (ब्यूरो): पुलिस थाना लम्बागांव के अधीन पुलिस चौकी आलमपुर की जगरूपनगर पंचायत में महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर सोमवार सुबह महिला के मायका पक्ष से लगभग 200 लोग चौकी के बाहर एकत्रित हो गए। नतीजतन दिन भर चली माथापच्ची के बाद आखिरकार सोमवार शाम को पुलिस द्वारा हत्या के आरोप में मृतका के पति सुनील सहित सास संदला देवी व ससुर किशोरी लाल को गिरफ्तार कर लिया गया। गौरतलब है कि शनिवार रात को जगरूपनगर की भावना की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
रविवार को पुलिस के समक्ष महिला के पति ने बयान में कहा था कि शनिवार देर रात साढ़े तीन बजे उसकी नींद खुली तो उसकी पत्नी बिस्तर पर नहीं थी। जब उसने दूसरे कमरे में देखा तो पंखे के साथ फंदा लगाकर आत्महत्या कर चुकी थी। उधर महिला के मायका वालों ने भी किसी प्रकार का शक जाहिर नहीं किया था। नतीजतन पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु टांडा मैडीकल कालेज भेज दिया। सोमवार सुबह मामले में उस समय नया मोड़ आ गया जब बीडीसी के पूर्व चेयरमैन वीरेन्द्र सिंह राणा, सुजानपुर से पार्षद अनीता सुडियाल, पूर्व पार्षद सरवण कुमार सहित मृतका के माता-पिता व रिश्तेदारों सहित करीब 200 लोग पुलिस चौकी आलमपुर आ पहुंचे व आत्महत्या को पूरी तरह नकारते हुए हत्या की आशंका जताई।
पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए मायका पक्ष व मृतका की नजदीकी महिलाओं के अलग-अलग बयान लिए। इस बीच महिला के रिश्तेदारों का आरोप था कि उसके ससुराल के लोग पहले भी उसे प्रताड़ित करते थे और महिला बहुत सहन कर चुकी थी। उन्होंने यह भी दलील दी कि अगर भावना ने फंदा लगाया था तो परिजनों ने बिना पुलिस को सूचित किए शव को क्यों उतार दिया। मृतका के पिता का कहना था कि उन्हें सूचना दी गई कि उनकी बेटी बीमार हो गई है और उसे सुजानपुर अस्पताल में दाखिल किया गया है।
अस्पताल पहुंचने पर बताया गया कि उसने आत्महत्या कर ली है। उन्होंने कहा कि वह इतने सदमे में चले गए थे कि न तो बयान देने की स्थिति में थे और न ही यह समझ पा रहे थे कि आखिर हो क्या रहा है। इस बीच महिला के मायका पक्ष के लोग आरोपितों की गिरफ्तारी के बिना अंतिम संस्कार न होने देने की बात पर अड़े रहे। अंततः पुलिस के समझाने और निष्पक्ष जांच की गारंटी मिलने पर अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए और पुलिस के पहरे में महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
उधर, फोरैंसिक टीम द्वारा भी मौके का मुआयना कर साक्ष्य जुटाए गए हैं। डीएसपी बैजनाथ अनिल शर्मा व थाना प्रभारी अशोक कुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतका के पति सहित सास-ससुर को गिरफ्तार कर लिया गया है व आगामी जांच जारी है।
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