Edited By Vijay, Updated: 03 Oct, 2019 04:29 PM
शिमला में सीएम जयराम ठाकुर के साथ बंद कमरे में मुलाकात के बाद वीरवार को राजगढ़ में समर्थकों ने बंद कमरे में आशीष सिक्टा की जमकर क्लास लगा दी। उपचुनाव न लड़ने के फैसले और नामांकन वापस लेने के बाद समर्थकों ने बंद कमरे में सिक्टा को जमकर खरी-खरी सुनाई।
राजगढ़: शिमला में सीएम जयराम ठाकुर के साथ बंद कमरे में मुलाकात के बाद वीरवार को राजगढ़ में समर्थकों ने बंद कमरे में आशीष सिक्टा की जमकर क्लास लगा दी। उपचुनाव न लड़ने के फैसले और नामांकन वापस लेने के बाद समर्थकों ने बंद कमरे में सिक्टा को जमकर खरी-खरी सुनाई। समर्थकों ने यहां तक कह दिया कि कितने में बिके और कितने पैसे आपको और चाहिए। वहीं सिक्टा समर्थकों के गुस्से पर माफी मांगते और खेद जताते दिखे। बंद कमरे में आशीष सिक्टा और समर्थकों के बीच बातचीत का वीडिया सामने आया है। वीडियो देखने पर साफ पता चल रहा है कि आशीष सिक्टा के फैसले से समर्थक काफी गुस्से में हैं। यहां तक कि समर्थकों में हाथापाई की नौबत तक आ गई।
...तो नाम वापस लेने की बात शिमला में अकेले कैसे तय की
समर्थकों ने कहा कि जब आशीष हर कार्यक्रम को हमारे बीच बैठकर तय करते हैं तो नाम वापस लेने की बात शिमला में अकेले कैसे तय की। इसकी उन्हें भनक तक नहीं लगने दी। उनका कहना था था कि बेशक सिक्टा को सरकार ने ऊंचे पद का प्रलोभन दिया है लेकिन असली काम को उन्हें पच्छाद की धरती से ही करना है। समर्थक सिक्टा की एक भी बात सुनने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि वे आज तक सिक्टा के साथ हर लड़ाई में साथ रहे पर आगे से वे उनके साथ नहीं हैं। वे उनका साथ दोनों दलों से परेशान हो कर दे रहे थे।
समर्थक बोले-रहना तो आपको पच्छाद की जनता के बीच है
सिक्टा लगातार माफी मांगते रहे लेकिन समर्थक कुछ भी सुनने के लिए तैयार नहीं थे। समर्थकों ने कहा कि मंत्री आपके साथ चार दिन चलेंगे लेकिन रहना आपको तो पच्छाद की जनता के बीच है। समर्थकों ने यहां तक कह दिया कि जब उपचुनाव लड़ने का फैसला लिया तब आपकी कोई दिक्कत नहीं थी। वहीं सिक्टा ने समर्थकों से कहा कि हो सके तो माफ कर देना, आपका गुस्सा जायज है।